रेक्येविक 18 फरवरी (वीएनआई) दुनिया भर मे युवायों मे शराब और तंबाकू के बड़ते सेवन के बीच एक अ्च्छी खबर ःआईसलैंड के युवायों मे शराब और तंबाकू का सेवन बहुत तेज़ी से घट रहा है, हैरानी की बात यह है कि कि केवल 20 साल पहले आइसलैंड यूरोप का एक ऐसा देश था, जहां शराब और तंबाकू का इस्तेमाल सबसे अधिक होता था. एक सर्वे के अनुसार यूरोपीय देशों में 14 से 16 साल की उम्र में 47 फ़ीसदी युवा शराब और 13 फ़ीसदी युवा तंबाकू का सेवन करते हैं वही यूरोप के तीन लाख की आबादी वाले देश आईसलैंड मे 14 से 16 साल के केवल पांच फ़ीसदी युवाओं ने बीते महीने शराब का सेवन किया है, जबकि केवल तीन फीसदी युवा रोजाना के हिसाब से किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं. आईसलैंड मे युवाओं में शराब पीने का फ़ैशन नहीं है और सिगरेट या तंबाकू पीने वाले युवा ्वहां मुश्किल से मिलते हैं ्है
गौरतलब है कि इस देश ने अपने टीनएजरों को बुरी आदत से बचा्ने ्के लिये सन 1998 में 'यूथ इन आइसलैंड' नाम से एक अभियान शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य युवाओं में शराब और सिगरेट की लत को दूर करना बनाया गया था.यूथ इन आइसलैंड कार्यक्रम की रूपरेखा ्बनाई 'सेंटर फॉर रिसर्च एंड सोशल एनालिसिस' ने, इसके के निदेशक जॉन सिगफ्यूसन के अनुसार युवाओं की आदतों और उसके रुझान को समझने के लिए हर दो साल के अंतराल पर उनका सर्वे किया गया.
इसी अभियान के तहत 2002 में आइसलैंड सरकार ने एक ्मह्वपूर्ण क़दम उठा्ते हुए- 12 साल से कम उम्र के बच्चों का रात के आठ बजे के बाद सड़कों पर अकेले बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई, वहीं 13 से 16 साल की उम्र वालों के लिए रात के 10 बजे के बाद बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई ,हालांकि आपात स्थिति में बच्चे भी अकेले कहीं भी आ-जा सकते हैं.आइसलैंड का ये कार्यक्रम इतना कामयाब हुआ कि 2006 में इसकी तर्ज पर यूथ इन यूरोप कार्यक्रम शुरू किया गया. और बीते दस सालों में इस यूरोपीय प्रोजेक्ट में 30 से ज़्यादा देश शामिल हो चुके हैं.