गरीब घर के होनहार वात्सल्य को माइक्रोसॉफ्ट ने दिया 1.02 करोड़ का पैकेज

By Shobhna Jain | Posted on 6th Feb 2016 | देश
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नई दिल्ली,६ फरवरी (अनुपमा जैन/वीएनआई) होनहार वात्सल्य ने अपने माता पिता की बीस बरस की तपस्या को व्यर्थ नही जाने दिया है.आईआईटी खड़गपुर के अंतिम वर्ष के मेधावी छात्र 21 वर्षीय वात्सल्य सिंह चौहान को अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 1.02 करोड़ रुपये की शुरुआती पैकेज पर नौकरी दी है। वात्सल्य के पिता बिहार के खगड़िया में एक वेल्डिंग की छोटी सी दुकान चलाते हैं। आईआईटी खड़गपुर के निदेशक पार्थप्रतिम चक्रवर्ती ने भी अपने फेसबुक पेज पर वात्सल्य को बधाई दी। वात्सल्य का कहना है कि उसने 2009 में एक कोचिंग सेंटर में अपने खराब रिजल्ट को सुधारते हुए आईआईटी प्रवेश परीक्षा में 382 रैंक प्राप्त किया था। उसने कहा' मुङो माइक्रोसॉफ्ट की ओर से 1.02 करोड़ रुपये का वार्षिक पैकेज मिला है और मैं इस वर्ष अक्तूबर से ज्वाइन करूंगा।' गर्व से भरे वात्सल्य के पिता चंद्र कांत सिंह चौहान का कहना है कि वह अपने बेटे की सफलता से बहुत खुश हैं और चाहते हैं कि बेटा देश को मान दिलाए। उन्होंने कहा, मेरी 20 साल की तपस्या का फल मिला है और मेरा सपना सच हुआ है। बिहार के छोटे से कस्बे खगडिय़ा के रहने वाले चंद्रकांत ग्रिल और शटर बनाने का काम करते है श्री चंद्रकांत की माली हालत ज़्यादा अच्छी नहीं थी कि जिससे वह अपने बेटे वात्सल्य को ज़्यादा अच्छी शिक्षा नहीं दिला सकते थे। इसके लिए उन्हे लोन भी लेना पड़ा ,वात्सल्य का सपना आईआईटी में पढ़ने का था। वात्‍सल्‍य और उसके माता पिता ने इस दिशा में प्रयास जारी रहा। ऐसे में 12वीं के बाद वह अपने पिता के साथ बिहार के बाद कोटा आ गए। यहां पर एक दिन वात्सल्य की मुलाकात यहां के एक बड़े कोचिंग ्केन्द्र के निदेशक से हो गई। कोचिंग निदेशक ने वात्सल्य का दिमाग और उसकी लगन देखकर उसे अपने यहां निशुल्‍क पढ़ने का मौका दे दिया। इतना ही नहीं उन्‍होंने उसे रहने के लिए हास्‍टल भी दिलाया। इसके बाद वात्सल्य ने काफी लगन से पढ़ाई की इस दौरान दूसरे प्रयास में उसे जेईई-2012 में 382वीं रैंक मिली और उसका एडमीशन आईआईटी खडग़पुर में हो गया। पिछले साल कैंपस प्लेसमेंट के लिये अमेरिका की प्रमुख माइक्रोसाफ्ट रेडमंड कंपनी भी आई थी। इस दौरान कंपनी ने वात्सल्य का चयन किया। पिता ने बताया वात्सल्य की बचपन से ही नए नए आविष्कार करने की कोशिश रहती थी। इसी के चलते हाल ही में वात्सल्य ने एक मिनी स्मार्ट डिवाइस बनाई है। इस डिवाइस को हाथ की रिंग में लगाकर आसानी से इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है।वी एन आई

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