नई दिल्ली, 31 अक्टूबर, (वीएनआई) भारत के इतिहास में पिछले 72 सालों से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब तक एक ही राज्य का ही हिस्सा रहे आज से अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं।
देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके को सरकार ने इस बदलाव के लिए चुना था। वहीं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख रात को 12 बजे के बाद से यूनियन टेरिटरी बन गए। जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा खत्म होने के साथ ही सूबे में कई अहम बदलाव आज से लागू हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर का अब कोई अलग झंडा और संविधान नहीं होगा। दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के गठन के साथ ही देश में अब राज्यों की संख्या 28 रह गई है, जबकि केंद्र शासित प्रदेश 9 हो गए हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार के द्वारा 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर इस राज्य का विशेष दर्जा समाप्त हो गया था, आज अधिकारिक रूप से ये आदेश आधी रात के बाद से लागू हो गया है। वहीं भारत सरकार के द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर सहित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित घोषित करने वाला राजपत्र जारी कर दिया गया है। जबकि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में जीसी मुर्मू और लद्दाख में आरके माथुर को उपराज्यपाल के तौर पर नियुक्त किया है।
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