नई दिल्ली, 23 जुलाई, (वीएनआई) पिछले दो महीने से मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने राज्य के हालात को लेकर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से खास अपील की है।
16 साल तक अनशन करके मणिपुर के लोगो की लड़ाई लड़ने वाली इरोम ने कहा कि प्रधानमंत्री को प्रदेश के विधायकों से बात करनी चाहिए और यहां के मुद्दों को सुलझाने पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जन प्रतिनिधियों को जिम्मेदारी उठानी चाहिए और एक बार फिर से प्रदेश में शांति बहाली के लिए काम करना चाहिए।
इरोम ने कहा कि प्रदेश में मैतेई और कुकी के बीच टकराव काफी बढ़ गया है और यह नियंत्रण के बाहर हो गया है। जहां तक सरकारी नौकरी कर रहे लोगों की सैलरी की बात है तो वह रेगुलर नहीं है, मासिक भुगतान नहीं हो रहा है। कर्मचारियों से उनकी सैलरी का एक हिस्सा मिलिटेंट वसूल रहे हैं। लोगों के जेहन में शांति नहीं है। इरोम ने आगे कहा कि शराब युवाओं पर नकारात्मक असर डाल रही है। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा को लेकर भी खुलकर बात की। उन्होंने कि जब युवाओं की बात आती है तो यह देसी शराब में डूबे हैं। आदमी नशे में घर में महिलाओं के साथ मारपीट करते हैं, ये सब प्रदेश की बड़ी समस्या है। गौरतलब है कि मणिपुर मे 3 मई से हिंसा का दौर जारी है। अभी तक तकरीबन 160 लोगों की जान जा चुकी है।
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