नई दिल्ली, 23 दिसंबर (वीएनआई)| भारतीय विमानन क्षेत्र में अधिक क्षेत्रीय उड़ानों और लोगों की आय में बढ़ोतरी से साल 2017 में तेज वृद्धि दर्ज की गई।
उद्योग चैंबर फिक्की के 90वें आम सभा को इस महीने की शुरुआत में यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार द्वारा किए गए नीतिगत सुधार से इस क्षेत्र में एक समान और समावेशी विकास हुआ है। मोदी ने कहा, "विमानन क्षेत्र में हमने कई नीतिगत बदलाव किए हैं, जिसमें एक हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई यात्रा का लाभ उठा सकता है। हमने इस तरह का बदलाव किया है।"
सरकार की क्षेत्रीय विमान संपर्क योजना उड़ान के तहत कुल 2,500 घंटों की उड़ान सेवाएं शुरू की गई। इस योजना के तहत देश के विमानन अवसंरचना को भी मजबूती प्रदान की जाएगी। उड़ान के पहले चरण में पांच कंपनियों को 128 मार्गो पर 70 हवाईअड्डों के लिए उड़ान शुरू करने का अनुबंध दिया गया। फिलहाल आरसीएस-उड़ान सेवा 13 हवाईअड्डों पर शुरू हो गई है, जबकि 12 हवाई अड्डों पर तैयारियां अंतिम चरण में है।
गैर-महानगरों के लिए सेवाओं में बढ़ोतरी के अलावा इस क्षेत्र को घरेलू मध्यम वर्ग का आय में बढ़ोतरी और जेट ईंधन की कीमतों में नरमी का फायदा भी मिला। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, 2017 की जनवरी-नवंबर अवधि के दौरान यात्रियों की आवाजाही में 17.27 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और यह संख्या 10.59 करोड़ रही।
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