नई दिल्ली, 18 अक्टूबर, (वीएनआई) रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकनॉमिक पार्टनरशिप समझौते के खिलाफ देशभर के किसान आज प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नाम जिला कलेक्टर कार्यालयों में समझौते के खिलाफ अपना ज्ञापन सौंपेंगे।
राष्ट्रीय किसान महासंघ के बैनर तले देशभर के किसान यह प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान आरसीईपी समझौते का विरोध कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस समझौते को रद्द किया जाए। इससे पहले 10 अक्टूबर को किसान महासंघ की एक बैठक हुई थी और किसानों ने इस समझौते का विरोध किया था। तब किसानों ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का जंतर-मंतर का पुतला फूंका था। जिसके बाद यह फैसला लिया गया था कि 18 अक्टूबर को इस समझौते के विरोध में किसान सड़क पर उतरेंगे।
गौरतलब है कि आसियान देशों और 6 अन्य प्रमुख देशों के साथ मुक्त व्यापार के लिए यह समझौता किया गया है, जिसमे डेयरी उत्पाद भी शामिल करने का प्रस्ताव है। इस समझौते का किसान पुरजोर विरोध कर रहे हैं। अगर यह समझौता लागू होता है तो देश में दूसरे देशों से भी दूध का आयात किया जा सकता है।
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