बर्लिन, 30 मई (वीएनआई)| भारत और जर्मनी ने आज चौथे चरण के द्विवार्षिक अंतर-सरकारी विमर्श (आईजीसी) की शुरुआत की। इसकी अध्यक्षता भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अंतर-सरकारी विमर्श बैठक में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। गौरतलब है जर्मनी एकमात्र देश है, जिसके साथ भारत का इस तरह का संस्थागत संवाद तंत्र कायम है। प्रथम आईजीसी का आयोजन 2011 में नई दिल्ली में किया गया था। इसके बाद 2013 में बर्लिन में इसका दूसरा आयोजन किया गया और तीसरा आयोजन 2015 में नई दिल्ली में किया गया था।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जर्मनी यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं.
्दूसरी तरफ बर्लिन में पीएम नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि जर्मनी में उनका काफी शानदार स्वागत हुआ, मोदी ने कहा कि हमने आतंकवाद और जलवायु के मुद्दे पर चर्चा की है प्रधानमंत्री ने कहा कि जर्मनी ने गंगा सफाई और मेक इन इंडिया में भारत का काफी सहयोग किया है. ये ही नहीं, भारतीय रेलवे के अपग्रेडशन के साथ साथ स्मार्ट सिटी, स्किल डवलेपमेंट में भी मदद की है. मोदी ने कहा दुनिया के सामने आतंकवाद समेत कई चुनौतियां है. मानवतावादी शक्तियों को एकजुट होना होगा. पीएम मोदी ने यहां यह भी कहा कि हम एक-दूसरे के लिए बने हैं.
मोदी के साथ विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल, वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर भी हैं। इससे पहले आज मोदी का जर्मन चांसलरी में औपचारिक स्वागत किया गया। आज ही बाद में मोदी व मर्केल संयुक्त रूप से भारत-जर्मनी व्यापार शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे।