पटना/नई दि्ल्ली,२ जून (वी एन आई)पिछली बार की तरह इस बार फिर बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट सवालों के घेरे में है. बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) ने इंटरमीडिएट (12वीं कक्षा) के विवादों से घिरे आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार का रिजल्ट आज निलंबित कर दिया है और उन्हे धोखाधड़ी के आरोप मे गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही बोर्ड ने तय किया है कि गणेश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. गणेश कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. बीएसईबी ने गणेश का दसवीं का रिजल्ट भी निलंबित कर दिया है.
दरअसल, इस वर्ष भी इंटरमीडिएट परीक्षा के आर्ट्स स्ट्रीम के टॉपर गणेश कुमारके बारहवी क्क्षा के विष्यो के ज्ञान को ले कर संदेह जताया जा रहाहै. पिछले वर्ष भी बिहार इंटर परीक्षा के कला संकाय की टापर्स रही रूबी राय पर सवाल खड़े हो गए थे, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी.
बिहार के समस्तीपुर जिले के सुदूरवर्ती इलाके ताजपुर प्रखंड के छखबीबी गांव स्थित एक सेकेंडरी स्कूल रामनंदन सिंह जगदीप नारायण सिंह हाई स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने वाले 23 वर्षीय गणेश से जब उनके विषयो के बारे में पूछा गया था जो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके.
गणेश 82.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर कला संकाय में टॉपर बने थे. उन्हें हिंदी में 92, संगीत में 82 और समाज विज्ञान में 42 अंक प्राप्त हुए थे.
पड़ोसी राज्य झारखंड के गिरिडीह के मूल निवासी गणेश ने बताया कि वे रोजी-रोटी की तलाश में इस गांव आए थे और कुछ लोगों के सुझाव पर उक्त स्कूल में उच्च शिक्षा ग्रहण करने गए.
गणेश से जब उनकी प्रायोगिक परीक्षा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक हिंदी फिल्म के एक गाने की कुछ पंक्ति गाकर सुनाई थी. कला संकाय के टॉपर का उक्त इंटरव्यू टीवी चैनलों पर दिखाया गया और बिहार इंटर परीक्षा 2017 में बेहतर मूल्याकंन नहीं होने के आरोप को खारिज करते हुए शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने बताया था कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने स्वयं कहा है कि पूरे मूल्यांकन पक्रिया से गुजरने के बाद ही इंटर परीक्षा के विभिन्न संकायों में टापर्स होने वालों का चयन किया गया है.
बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से जब इंटर परीक्षा 2017 में कला संकाय में टॉपर रहे गणेश के ज्ञान के बारे में पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि मूल्यांकन कार्य सुयोग्य शिक्षकों से कराया गया है.
उल्लेखनीय है कि गत 30 मई को जारी इंटर परीक्षा के परिणाम में 64 प्रतिशत छात्रों के विफल हो जाने से उत्तेजित छात्रों के पटना स्थित इंटर काउंसिल मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन करने के चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था.
बिहार विद्यालय समिति द्वारा बीते वर्ष आयोजित प्लस-2 परीक्षा में हुए टॉपर्स घोटाला मामले में समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह, उनकी पत्नी एवं पूर्व जदयू विधायक उषा सिन्हा और वैशाली जिला के एक महाविद्यालय के प्राचार्य बच्चा राय सहित कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था.