चेन्नै, 7 मई (वीएनआई) क्या आपने कभी सुना है कि नव विवाहिता शादी की रात के बाद अगले दिन खुद अपनी मॉग का सिंदूर पौंछ डाले, और शादी का जोड़ा उतार पहन ले विधवाओ वाले सफेद कपड़े....
तमिलनाडु के कूवगम गांव में हर साल होने वाले किन्नर अपने वार्षिक उत्सव मे ऐसा होता है.इस कूवगम गांव को किन्नरों का तीर्थ स्थल माना जाता है।गत दो मई को खत्म हुआ ये फेस्टिवल 18 दिन तक चलता है। इस महापर्व में किन्नर हर रात स्थानीय कूथनदावर मंदिर में अर्जुन के पुत्र अरावन की पूजा करने के लिए मंदिर जाते हैं।्फिर मंदिर मे महाभारत में भगवान कृष्ण के मोहिनी रूप की लीला भी दिखाई जाती है। दरसल इस सब के पीछे महाभारत की एक कथा है जिस का इस पर्व के दौरान मंचन भी किया जाता है.कथा के अनुसार, कृष्ण ने मोहिनी का रूप धारण कर अरावन से शादी करते हैं।
बाद में पांडवों और कौरवों के बीच युद्ध के दौरान देवी काली ने अरावन का वध कर देने से मोहिनी विधवा हो जाती है। इसमें कूथनदावर मंदिर में अर्जुन के बेटे अरावन से विवाह का प्रसंग दिखाया जाता है। इसमें कूथनदावर मंदिर में अर्जुन के बेटे अरावन से विवाह का प्रसंग दिखाया जाता है। इस कहानी पर ही पर्व में किन्नर एक रात के लिए अरावन से विवाह करते हैं। अगले दिन अरावन की प्रतिमा को गांवभर में घुमाया जाता है और नष्ट कर दिया जाता है।मातम करते हुए सभी अपने मंगलसूत्र काट देते हैं और चूड़ियों को नारियल से तोड़ दिया जाता है। मूर्ति के नष्ट होने के बाद सभी किन्नर सफेद साड़ी पहन लेते हैं।
इस पर्व के दौरान अनेक आयोजन होते है. इस फेस्टिवल की सबसे बड़ी पहचान होती है, इसका ब्यूटी कॉन्टेस्ट। मिस कूवगम कॉन्टेस्ट बिल्कुल उसी तरह किया जाता है, जैसे मिस इंडिया का कॉन्टेस्ट होता है। इस साल चेन्नई की किन्नर मोबिना ने मिस कूवगम ब्यूटी कॉन्टेस्ट में जीत हासिल की है। चेन्नई की ही प्रीति ने प्रतियोगिता में दूसरा और इरोड की शुभाश्री थर्ड नंबर पर रहीं जीतने वाली ट्रांसजेंडर को बहुत इज्जत दी जाती है. इनके त्योहार को देखने के लिए दूर-दराज से लोग आते हैं.वी एन आई
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