नयी दिल्ली,1 अगस्त(सुनीलकुमार/वीएनआई) गत शनिवार के थप्पड कांड की गूंज आज राज्य सभा मे भी सुनाई दी . तमिलनाडु से अन्ना द्रमुक से निर्वाचित राज्य सभा शशिकला पुष्पा पर यह आरोप लगा है कि इन्होंने द्र्मुक के सांसद तिरूचि शिवा को दिल्ली हवाई अडडे पर सरेआम थप्पड़ जड़ दिया. उसके बाद तेजी से घटनाक्रम के बाद आज उनकी पार्टी अन्ना द्रमुक की सचिव ने उन्हें पार्टी की छवि खराब करने के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया हैहालांकि शशिकला का कहना है कि शिवा ने उनकी नेता जयललिता के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद वे अपने गुस्से पर काबू नहीं रख पायीं.पार्टी से निष्कासन के बाद शशिकला पुष्पा ने कहा कि वे खुश हैं कि उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया. पिछले दो महीने से मुझे इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा था. उन्होने कहा" मुझ पर खतरा मंडरा रहा था." हालांकि उन्होंने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया कि क्या किसी ने उन्हें मारा था.उन्होने आज राज्य सभा मे भी यह मामला उठाया और इस दौरान रोई भी.उन्होने इस मामले पर कॉग्रेस और द्र्मुक द्वारा दिये गये समर्थन केप्रति उनका आभार भी जताया
दरअसल शनिवार को शशिकला और तिरुचि शिवा एक ही विमान से चेन्नई जाने के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर पहुंचे.आरोपो के अनुसार शशिकला एयरपोर्ट पर पहले से मौजूद थीं, जबकि शिवा बाद में पहुंचे थे. उन्हें जैसे ही पता चला शशिकला भी उसी विमान से जा रहीं हैं, उन्होने विमान से उतरने का निर्णय कर लिया. लेकिन टर्मिनल-3 में दोनों का आमना -सामना हो गया. शशिकला का कहना है कि शिवा ने जयललिता पर अभद्र टिप्पणी की, जिसके बाद वह गुस्से में आ गयीं. आरोपो के अनुसार शशिकला ने ्कथित तौर पर शिवा की गरदन पकड़ ली और उन्हें थप्पड़ जड़ दिया. वहां उपस्थित सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें अलग किया. हालांकि दोनों ने वहां कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी और शशिकला चेन्नई और शिवा अपने आवास दिल्ली लौट गये.
तमिललनाडु में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान शशिकला ने राधापुरम सीट से चुनाव लड़ने के लिए आवेदन दिया था. उनके आवेदन को मंजूरी मिल भी गयी थी, लेकिन जब पार्टी ने डीएमडीके से चुनावी गंठबंधन किया, तो उनके हाथ से यह सीट निकल गयी. तब पार्टी ने तूतूकुड़ी के मेयर बना दिया. उसके बाद जयललिता ने उन्हें राज्यसभा भेजा. इसके बाद से उन्हें जयललिता की ‘गुडविल बुक’ में देखा जाता था.
लेकिन कुछ दिनों पहले स्थिति में तेजी से बदलाव आया और खबरो के अनुसार उनसे यह कहा गया कि अब वे महिला विंग का काम नहीं देखेंगी और उनसे राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए भी कहा गया.
ऐसी खबरे उड़ी की कि एक रेत माफिया के मुद्दे पर इनका सरकार से अलग दृष्टिकोण नजर आया था. सरकार इस माफिया को संरक्षण नहीं दे रही थी, लेकिन शशिकला इनसे दोस्ती बढ़ाये जा रहीं थीं. यह बात जयललिता के नजर में थी, वहीं कनिमोझी से दोस्ती भी शशिकला के लिए भारी पड़ी. शशिकला ने कनिमोझी के जन्मदिन पर उन्हें फोन कर बधाई दी थी.वी एन आई