नई दिल्ली,१५ जून (वी एन आई) वित्त मंत्रालय के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा चिन्हित 12 सबसे बड़े कर्जदारो या डिफाल्टरों के नाम शीघ्र ही सार्वजनिक किए जाएंगे. ्रिजर्व बैंक के अनुसार दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के लिए 12 बड़े डिफाल्टरों को चिन्हित किया है.
बैंक ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र की कुल गैर निष्पादित एनपीए में इनके 12 डिफाल्टरों का हिस्सा 25 प्रतिशत है. वित्त मंत्रालय के सूत्रो के अनुसार 12 मामलों को चिन्हित किया गयाु है, नाम जल्द ही सार्वजनिक होंगे. फंसे हुऐ कर्ज में इनका हिस्सा 25 प्रतिशत है. केंद्रीय बैंक द्वारा चिन्हित 12 डिफाल्टरों में से प्रत्येक के ऊपर 5000 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण बकाया है.
आरबीआई ने कहा था कि आईएसी के मानदंडों के तहत सकल एनपीए में करीब 25 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले 12 खाते आईबीसी के तहत तत्काल कदम उठाये जाने के योग्य हैं. शीर्ष बैंक आईएसी की सिफारिशों के आधार पर बैंकों को आईबीसी के तहत शोधन कार्रवाई के लिये बैंकों को निर्देश जारी करेगा. राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ऐसे मामलों को प्राथमिकता देगा.