वॉशिंगटन, 11 सितंबर (वीएनआई) सौर मंडल में पृथ्वी के बाद जीवन के लिए सबसे उपयुक्त संभावित स्थान, वृहस्पति ग्रह चंद्रमा यूरोपा पर जीवन की खोज के लिए नासा यान भेज सकता है, इसी के तहत अंतरिक्ष एजेंसी उस पर एक छोटा उपकरण उतराने की भी योजना बना रही है।
वर्ष 2022 में संभावित इस अभियान में मुख्य तौर पर कक्षा से ही यूरोपा के अध्ययन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, यूरोपा मिशन का खास जोर इस बर्फीले उपग्रह की विशेषता का पता लगाना है,लेकिन अमेरिकी स्पेस एजेंसी सतह की जांच की योजना पर भी विचार कर रही है। आरटी डॉट कॉम ने यह जानकारी दी।
कैलिफोर्निया स्थित पसाडेना में नासा की जेट संचालक प्रयोगशाला के वैज्ञानिक रॉबर्ट पैप्पालाडरे के मुताबिक, हम सक्रियता से लैंडर की संभावना की खोज कर रहे हैं।
इसी महीने की शुरुआत में 'स्पेस 2015' सम्मेलन में पैप्पलाडरे ने एक चर्चा में इस विषय के बारे में कहा, "नासा ने हमसे इस योजना, उस पर आने वाले खर्च जैसे मुद्दों की जांच करने को कहा है।"इस पर अंतिम फैसला वर्ष के अंत तक लिया जाएगा।
यूरोपा की परिस्थितियां जीवन की खोज के लिए इसे शोधकर्ताओं का पसंदीदा स्थल बनाती हैं। उल्लेखनीय है कि है कि शायद यूरोपा बर्फ की 80 किलोमीटर मोटी परत से ढंका हुआ है। समझा जाता है कि इसके करीब 20 किलोमीटर नीचे एक विशाल सागर है।
स्पेस डॉट कॉम के मुताबिक, "जांच में यूरोपा के अध्ययन के लिए नौ विभिन्न तरीकों का प्रयोग किया जाएगा, जिसमें हाई रेजोल्यूशन कैमरा, हीट डिटेक्टर और बर्फभेदी रडार का भी प्रयोग किया जाएगा।"
वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे उन्हें यूरोपा की प्रकृति, उसके उप-सतह सागर के साथ ही पृथ्वी की ही भांति जीवन क्षमता से संबंधित काफी नए आंकड़े मिलेंगे,इस बर्फीली दुनिया में पहुंचने की चुनौतियों को देखते हुए इस मिशन को भविष्य की लैंडिंग के लिए प्राथमिक परीक्षण मिशन के तौर पर देखा जा रहा है।