नई दिल्ली, 16 जुलाई, (वीएनआई), भारत पहली बार थिएटर ओलिंपिक 2018 के मेजबानी के लिए तैयार है, केंद्रीय पर्यटन औऱ सांस्कृतिक राज्यमंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने इसके आठवे संस्करण का आयोजन 17 फरवरी से 08 अप्रैल 2018 में होगा। इसका उद्घाटन दिल्ली में होगा, जबकि समापन मुंबई में होगा।इसके आयोजन की यहा घोषणा करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री महेश शर्मा ने कहा कि ुन्हे विश्वास है कि 8 वां थिएटर ओलिंपिक भारत के सांस्कृतिक इतिहास में अपनी छाप छोड़ेगा औऱ कीर्तिमान स्थापित करेगा। भारत का सांस्कृतिक मंत्रालय इस भव्य पहल ्मे पूरा सहयोग देगा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम भारत के प्रधानमंत्री से दिल्ली में इसके उद्धघाटन करने औऱ भारत के माननीय राष्ट्रपति से मुंबई के समापन समारोह का हिस्सा बनने के लिए अनुरोध करेंगे।
श्री महेश शर्मा ने राष्ट्रीय नाट्य विधालय के निदेशक प्रोफेसर वामन केंद्रे के साथ इसके आयोजन की घोषणा की। इस अवसर पर एनएसडी सोसाइटी के रतन थियाम भी मौजूद थे।विश्व रंगमंच का सबसे लोकप्रिय कार्निवाल थिएटर ओलिंपिक के आठवें संस्करण का आयोजन सांस्कृतिक मंत्रालय के तत्वाधान में नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा द्वारा होगा। जिसका थीम 'मैत्री का ध्वज' होगा। इसे पूरे भारत के 15 शहरों में आयोजित किया जायेगा। साथ ही देश के विभिन्न शहरों में इसका एकसाथ आयोजन होगा। जिसमे थियेटर प्रेमी दुनियाभर के 500 नाटकों औऱ 700 एम्बियेंस का प्रदर्शन देख सकेंगे। इसमें जाने-माने शिक्षाविदों, लेखकों, अभिनेताओं, डिज़ाइनरो औऱ निर्देशकों के साथ प्रदर्शनियों, सेमिनारों, संगोष्ठियों, इंटरैक्टिव चर्चाओं औऱ कार्यशालाओं का आयोजन होगा।
इस अवसर पर प्रोफेसर वामन केंद्रे ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत एक देश के रूप में दुनिया के सामने थिएटर का प्रदर्शन औऱ आदान-प्रदान करने कि कोशिश कर रहा है। जब थिएटर की बात आती है तो थिएटर ओलिंपिक की तुलना में कोई भी बड़ा आयोजन नहीं है, औऱ नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा के लिए यह वास्तव में गर्व की बात है कि उसे इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करने का मौका मिला है। एनएसडी सभी बेहतरीन मेजबानी करने के लिए तैयार है क्योंकि भारत थिएटर की दुनिया में उत्साह पैदा करेगा औऱ भारत में थिएटर ओलिंपिक की शानदार सफलता सुनिश्चित करने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
वहीं रतन थियाम ने कहा यह खुशी एवं प्रसन्नता का मौका है कि थिएटर ओलिंपिक जैसा आयोजन भारत में हो रहा है। जिसे अपने नवाचारों एवं धरोहरों पर गौरव है। यह आयोजन भारत एवं विदेशों के समूहों को अपने महत्वपूर्ण नाटकों को प्रदर्शित करने का एक मूल्यवान मंच प्रदान करेगा। हम नई सांस्कृतिक परिदृश्य के साथ एक बदलती हुई दुनिया में रह रहे है जिसमें तकनीकी गतिविधियों ने असीम बाहरी सहूलियतों प्रदान की है जबकि नए-नए अविष्कारों की बदौलत हमे दिन-प्रतिदिन अधिक से अधिक चमत्कृत कर रहे है। ऐसे में हमे एक ऐसे सुसंगत माहौल, शांति, खुशी औऱ कला की भी जरुरत है जो हमे विश्व के अनुभवों तथा मानवीय इच्छा की अभिव्यक्ति प्रदान करे।
गौरतलब है 1993 में स्थापित थिएटर ओलिंपिक प्रमुख अंतराष्ट्रीय थिएटर फेस्टिवल है, जिसके तहत दुनियाभर से प्रसिद्ध थिएटर कर्मियों की बेहतरीन प्रस्तुतियों को प्रस्तुत किया जाता है। थिएटर ओलिंपिक 1993 में डेल्फी, ग्रीस में पहले अंतराष्ट्रीय त्यौहार के रूप में शीर्षक वाक्य 'क्रॉसिंग मिलेनिया' के साथ शुरू किया गया। यह सांस्कृतिक अतीत को वर्तमान औऱ भविष्य के साथ जोड़ने की एक पहल है, जो थिएटर विरासत की समृद्धि औऱ विविधता को समकालीन थिएटर के प्रयोगो औऱ अनुसंधानों के लिए उपयोग करता है। ग्रीस को सबसे पहले 1995 में थिएटर ओलिंपिक की मेजबानी करने का मौका मिला था। जापान ने 1999 में शिज़ुओका में दूसरे संस्करण की, उसके बाद रूस ने 2001 में इसका आयोजन किया। वर्ष 2010 में ओलिंपिक का आयोजन इस्तांबुल, तुर्की में हुआ औऱ चार साल बाद 2010 में शोल, दक्षिण कोरिया में हुआ। चीन ने इसका 2014 औऱ पोलैंड ने वर्ष 2016 में इसके सातवें संस्करण का व्रोकला में आयोजन किया।