नई दिल्ली, 16 फरवरी (वीएनआई)। देशभर में पिछले माह किए गए प्रमुख 73 शहरों के स्वच्छता सर्वेक्षण के परिदृश्य में कर्नाटक का मैसूर शहर सबसे स्वच्छ घोषित किया गया, जबकि झारखंड का धनबाद सबसे निचले पायदान पर है।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने बीते सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में स्वच्छ सर्वेक्षण-2016 के परिणाम जारी किए गए। इस सर्वेक्षण के लिए 10 लाख से ज्यादा की आबादी के 53 शहरों और इससे अधिक की जनसंख्या न रखने वाली 22 राजधानियों का चयन किया गया था। नोएडा और कोलकाता ने अगले दौर के सर्वेक्षण में शामिल होने की इच्छा जताई है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य के संबंध में प्रमुख 10 शहरों की श्रेणी में मैसूर, चंडीगढ़, तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु), नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), गुजरात से सूरत और राजकोट, सिक्किम से गंगटोक, महाराष्ट्र से पिंपरी छिंदवाड़ा और ग्रेटर मुंबई शामिल हैं।
इस वर्ष के सर्वेक्षण में 10 प्रमुख स्वच्छ शहरों में स्थान बनाते हुए विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), सूरत, राजकोट (गुजरात) और गंगटोक (सिक्किम) ने अपनी श्रेणियों में सुधार किया है। निचले पायदान के 10 शहरों में कल्याण, डोम्बिवली (महाराष्ट्र 64वीं श्रेणी), जमशेदपुर (झारखंड), वाराणसी, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश), रायपुर (छत्तीसगढ़), मेरठ (उत्तर प्रदेश), पटना (बिहार), ईंटानगर (अरुणाचल प्रदेश), आसनसोल (पश्चिम बंगाल) और धनबाद 73वीं श्रेणी पर हैं। स्वच्छता के लिए पिछला सर्वेक्षण एक लाख और इससे अधिक की जनसंख्या वाले 476 शहरों में वर्ष 2014 में किया गया था।