नई दिल्ली 22 जुलाई (वीएनआई) चौकीदारी से लेकर पंचर बनाने तक सभी काम कर चुके वंशीधर बौद्ध जो बलहा (बहराईच,उ प्र) से विधायक है आज भी अपने हाथों से खेती करते है और अपने परिवार सहित बलहा विधानसभा क्षेत्र के नई बस्ती टेड़िया में खपरैल और फूस के मकान में रहते हैं
विधायक बनने के बाद भी भौतिक सुख सुविधाओं की चकाचौंध छोड़्कर वंशीधर को खेत में काम करने की न तो झिझक है न ही हल चलाने की। आज भी सदन पहुंचने के बावजूद उनकी दिनचर्या खेत की जोताई से शुरू होती है।
अल्लसुबह जब लोग घरों में सो रहे होते है तब वंशीधर बौद्ध एक जोड़ी बैल के साथ खेत में हल चला रहे होते हैं चूंकि इनके पास अपना ट्रैक्टर भी नहीं है इसलिए बैलों के सहारे पूरी खेती करते हैं, उसके बाद वे जनता के बीच पहुंचकर उनकी बात सुनते हैं।
वंशीधर बौद्ध के पास कारीकोट चहलवा में नौ बीघा जमीन है, जबकि घाघरा के कछार में 60 बीघा की खेती है, लेकिन वह खेती अस्थाई है और अनाज सिर्फ घर भर के लिये पैदा हो पाता है।
वंशीधर बौद्ध अपनी माटी को अपने सपनो तक पहुंचने की सीढी मानते हैं, वो मानते हैं कि माटी की सेवा से ही सदन मे पहुंचें है ,ऐसे में माटी को भूलने का कोई प्रश्न ही नही है|