पटना 25 नवंवर (वीएनआई) बिहार में एक अप्रैल, 2016 से शराबबंदी लागू होने जा रही है बिहार में सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार ने] चुनावी वायदे पूरे करने के क्रम में उन्होंने राज्य में शराब पर बैन लगाने की घोषणा की है। नीतीश ने कहा कि राज्य में वर्ष 1977-78 में भी शराब पर बैन लगाया था लेकिन इसे प्रभावी तरीके से लागू नहीं किया गया सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों से एक्शन प्लान तैयार करने को कहा गया है. चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने शराबबंदी का वादा किया था.
मद्य निषेध दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में महिलाओं ने शराब के खिलाफ अभियान शुरू किया था, उन्ह्ने कहा कि शराब से सबसे ज्यादा नुकसान महिलाएं और कम आय वाले वाले लोगों का होता है लेकिन आदत होने के कारण लोग छोड़ नहीं पाते है। उन्होंने कहा कि शराब की ब्रिकी से राज्य सरकार को चार हजार करोड़ का राजस्व मिलता है लेकिन आम लोगों की सेहत को देखते हुए सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष से शराब पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है। नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार शराब की नई नीति बनाएंगी जिसमें मौजूदा कानून में कई बदलाव किए जाएंगे। उन्होने कहा कि जिन गांवों ने शराब के खिलाफ अभियान में सरकार का साथ दिया था उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी साल जुलाई में एस के मेमोरियल हॉल में महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के राज्यस्तरीय कार्यशाला ‘ग्राम वार्ता’ में वादा किया था कि यदि उनकी सरकार दुबारा सत्ता में आई तो वह पूर्ण शराबबंदी लागू करेंगे । शराबखोरी की बढ़ती आदत और इससे घर-परिवार के तबाह होने को लेकर महिलाएं पूर्ण शराबबंदी की लगातार मांग करती रही हैं। महिलाओं की जोरदार मांग पर ही मुख्यमंत्री ने दुबारा सत्ता में आने पर पूर्ण शराबबंदी लागू करने का वादा किया था।