नई दिल्ली, 13 अप्रैल, (वीएनआई) क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के कार्यकर्ताओं और दिल्ली विश्वविधालय के स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग के छात्रों ने बीते रविवार 12 अप्रैल को दिल्ली विश्वविधालय के आर्ट फैकल्टी के मुख्य द्वार पर एसओएल में लेट रिजल्ट के खिलाफ भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया | इस विरोध प्रदर्शन में स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग के दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया |
क्रांतिकारी युवा संगठन के प्रवक्ता ने बताया कि एसओएल में हर साल करीब एक लाख कॉरेस्पोंडेंस छात्रों का एक वर्ष इसलिए बर्बाद होता है क्योंकि उनका रिजल्ट लेट से आता है| जिस समय एसओएल में पढने वाले तृतीय वर्ष के छात्रों का रिजल्ट आता है तब तक स्नातकोत्तर कोर्सों जैसे एमए, एम कॉम, एलएलबी, बीएड में दाखिला प्रक्रिया ख़त्म हो चुकी होती है| साथ उन्होंने बताया कि आश्चर्य की बात तो यह है कि स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग(एसओएल) के स्नातकोत्तर कोर्सों में भी एसओएल के ही छात्रों को दाखिला नहीं मिल पाता क्योंकि जब तक एसओएल के स्नातक कोर्सों का परिणाम घोषित होता है तब तक एसओएल के स्नातकोत्तर कोर्सों में भी दाखिला प्रक्रिया ख़त्म हो चुकी होती है और एसओएल में पढ़ने वाले छात्र ज्यादातर गरीब परिवार से आते है जिनके लिए हर वर्ष बहुत महत्वपूर्ण होता है|
साथ ही संगठन कि तरफ से यह भी बताया गया कि एसओएल में लेट रिजल्ट की मार प्रथम और द्धितीय वर्ष के छात्रों को भी झेलनी पड़ती है| परीक्षा परिणाम में देरी के कारण उनका एडमिशन देरी से होता है जिसके कारण कॉरेस्पोंडेंस छात्रों को हर साल क्लासेज भी कम मिलती है और कम क्लासेज के कारण छात्रों का परीक्षा परिणाम बेहद खराब आता है| कॉरेस्पोंडेंस छात्रों ने इन सभी समस्याओं को उठाते हुए एसओएल के कार्यकारी निदेशक को एक ज्ञापन सौंपा जिसमे निम्नलिखित मांगे रखी हैं:
1.इस अकादमिक सत्र से सभी कोर्सों के परिणाम समय से घोषित किये जाए|
2.जब तक एसओएल छात्रों का परीक्षा परिणाम नहीं घोषित किया जाता तब तक दिल्ली विश्वविधालय के विभिन्न कोर्सों का दाखिला प्रक्रिया जारी रखी जाए|
3. आश्चर्य की बात तो यह है कि एसओएल के ही छात्र को एसओएल में ही एमए, एम कॉम में दाखिला नहीं मिल पाता क्योंकि परीक्षा परिणाम देरी से घोषित किये जाते है|
4. विभिन्न स्नातक कोर्सों में दाखिला प्रक्रिया समय से शुरू करो और क्लासेज की संख्या में कटौती करना बंद करो|
इस विरोध प्रदर्शन के द्वारा स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग के छात्रों ने दिल्ली विश्वविधालय और एसओएल प्रसाशन को यह चेतावनी दी है कि अगर इस अकादमिक सत्र में परीक्षा परिणाम देरी से घोषित किये गए तो दिल्ली विश्वविधालय के इस सौतेले व्यवहार के खिलाफ बड़ा आन्दोलन खड़ा किया जायेगा|