मुंबई, 24 दिसंबर (वीएनआई) नोटबंदी को ले कर जारी पक्ष, विपक्ष के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चेतावनी दी कि अमान्य किए गए बड़े नोटों को जमा करने की सीमा 30 दिसंबर को समाप्त होने के बाद बेइमानों को बर्बादी का सामना करना पड़ेगा और कहा कि ऐसे लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ देश के मिजाज को कमतर करके नहीं आंके.प्रधानमंत्री ने कहा, " देश की आम जनता को 50 दिनों तक नोटबंदी के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है। उसके बाद आम नागरिकों की परेशानी तो कम हो जाएगी, लेकिन उन चंद लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी जो भ्रष्टाचारी हैं और जिन्होंने काला धन जुटा रखा है।"
मोदी ने कहा, 'यह स्वच्छता अभियान है,बेईमान लोगों, आपको सवा सौ करोड़ लोगों के मिजाज को कमतर करके नहीं आंका जाना चाहिए. आपको भयभीत होने की जरूरत है. बेईमान लोगों की बर्बादी का समय आ गया है.
विभिन्न आधारभूत संरचना से जुड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद बांद्रा कुर्ला परिसर में एमएमआरडीए मैदान में जन सभा मे मोदी ने कहा, 'हमने 8 नवंबर को कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा निर्णय लिया था और 125 करोड़ भारतीयों ने पीड़ा को सहा, लेकिन मेरा समर्थन करना नहीं छोड़ा. मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जब तक हम जीत नहीं जाते तब तक यह लड़ाई खत्म नहीं होगी'.
नोटबंदी का विरोध करने वाले दलों पर प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह सामान्य लड़ाई नहीं है. जिन लोगों ने मलाई खाई है, वे इसे विफल बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी'. पीएम मोदी ने कहा, 'भ्रष्ट लोगों ने नोटबंदी को विफल बनाने के लिए सभी तरह के प्रयास किए. उन्होंने यहां तक कि बैंक के अधिकारियों से मिलीभगत करके कालेधन को सफेद बनाने की सोची और इस कार्य में काफी लोग पकड़े गए'.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैंने कहा था कि 50 दिनों तक (नोटबंदी की घोषणा के बाद) परेशानी रहेगी'. उन्होंने कहा कि लोग देशहित में इस पीड़ा को सहने को तैयार हैं. लोग आगे भी ऐसा करने को तैयार हैं. मोदी ने आरोप लगाया कि पूर्व की सरकारों के दौरान पिछले 70 वर्षों में जिन लोगों ने भ्रष्टाचार से फायदा उठाया, वे लोग यह सुनिश्चित करने के लिए पूरा जोर लगा रहे है कि नोटबंदी को विफल बनाया जाए. जो लोग 70 वर्षों तक भ्रष्ट कार्यो में लिप्त रहे, उन्हें ऐसे कार्यों के लिए कीमत चुकानी पड़ेगी.
प्रधानमंत्री ने यह भी स्वीकार किया कि यह लड़ाई आसान नहीं है, लेकिन देश के नागरिकों के समर्थन के बल पर सरकार अपने रास्ते से अब नहीं हटने वाली।
जनसभा को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई में कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिसमें मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, मेट्रो रेल की दो नई लाइनों का निर्माण, सड़क परियोजनाएं शामिल थीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले मुंबई तट पर शिवाजी महाराज स्मारक की आधारशिला रखी और कहा कि मराठा शासक के बहुआयामी व्यक्तित्व से हम सबको सुशासन की प्रेरणा मिलती है. मैं महाराष्ट्र सरकार का आभारी हूं कि मुझे शिवाजी महाराज का जलपूजन करने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि अगर भारत को सही मायने में पेश किया जाता है, तब उसमें वैश्विक पर्यटन को आकर्षित करने की क्षमता है. आजादी के बाद अगर हमने विकास के मार्ग को अपनाया होता, तब हमें उन परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता जैसा आज करना पड़ रहा है.
इस अवसर पर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे और उन्होंने भी लोगों को संबोधित किया. जब उन्होंने बोलना शुरू किया तब भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोदी, मोदी के नारे लगाए.