शिमला/नई दिल्ली,27 अप्रैल (वीएनआई)क्षेत्रीय नगरो को सस्ती हवाई यात्रा से जोड़ने की योजना के तहत प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिमला में आज बहुप्रतीक्षित 'उड़ान स्कीम' के तहत शिमला-दिल्ली मार्ग पर पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाई. यह योजना पूरी तरह से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना पर केंद्रित है और वैश्विक रूप से अपनी तरह की पहली योजना है. पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि अब हवाई चप्पल वाले भी हवाई जहाज में होंगे. उन्होंने कहा कि उड़ान स्कीम से हिमाचल प्रदेश में टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा.
उड़ान अंग्रेजी वर्णमाला के शब्दो से बना है जिसका का अर्थ है- उड़े देश का आम नागरिक. इस योजना की खास बात यह है कि 500 किलोमीटर तक की उड़ानों का किराया 2500 रुपये होगा. क्षेत्रीय रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हवाई यात्रा नागरिकों तक सुलभ बनाने के लिए 'उड़े देश का आम नागरिक' क्षेत्रीय सम्पर्क योजना अक्टूबर, 2016 में लाई गई थी
उड़ान योजना 15 जून 2016 को जारी राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (एनसीएपी) की एक प्रमुख घटक है. 'फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट' विमान से करीब 500 किलोमीटर की एक घंटे की यात्रा या किसी हेलीकॉप्टर से आधे घंटे की यात्रा का हवाई किराया 2500 रुपये सीमित किया जाएगा.' पश्चिमी क्षेत्र में 24 हवाई अड्डे, उत्तरी क्षेत्र में 17, दक्षिणी क्षेत्र में 11 हवाई अड्डे, पूर्व में 12 और देश के पूर्वोत्तर में छह हवाई अड्डों को इस योजना के तहत जोड़े जाने का प्रस्ताव है. इस कार्यक्रम के तहत सरकार का इरादा 45 ऐसे हवाई अड्डों को जोड़ने का है, जहां से कम उड़ानें संचालित होती हैं.
चयनित एयरलाइन ऑपरेटर को उड़ान क्षमता का 50 प्रतिशत इस तरह से मुहैया कराना होगा जिसमें विमान में प्रति घंटे यात्रा का किराया 2500 सीमित होगा. इसके साथ ही उसे इसी किराये पर न्यूनतम पांच और अधिकतम 13 हेलीकॉप्टर उड़ानें मुहैया करानी होंगी. अलग-अलग दूरी एवं अवधि वाले मार्गों पर हवाई सफर का किराया समानुपातिक आधार पर तय किया जाएगा.