नई दिल्ली,२३ नवंबर ( वी एन आई)नोटबंदी और काला धन के खिलाफ कार्यवाही पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ऐप सर्वे के मुताबिक 90 फीसदी से ज्यादा लोग सरकार के 500 और 1000 के नोट को बंद किए जाने फैसले के साथ हैं.पीएम नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए सर्वे में 98% लोगों ने नोटबंदी यानी विमुद्रीकरण को देश के पक्ष में माना है। केवल दो ही प्रतिशत ने इस कदम् को सही नही माना है.
पिछले 24 घंटे में इस ऑनलाइन सर्वे में पांच लाख लोगों ने हिस्सा लिया। विमुद्रीकरण पर हुए सर्वे में नागरिकों द्वारा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने पर प्रधानमंत्री मोदी ने धन्यवाद दिया। सर्वे के मुताबिक 90 फीसदी से ज्यादा लोग सरकार के 500 और 1000 के नोट को बंद किए जाने फैसले के साथ हैं।
सर्वे के नतीजो के अनुसार-
98 फीसदी लोगों ने माना है कि देश में कालाधन है।
99 फीसदी लोग मानते हैं कि भ्रष्टाचार और कालेधन से लड़ना जरूरी है और इसे खत्म किया जाना चाहिए।
90 फीसदी लोग मानते हैं कि कालेधन को उजागर करने के लिए सरकार की ओर उठाया गया ये कदम शानदार है।
92 फीसदी लोग मानते हैं कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए मोदी सरकार का उठाया गया ये कदम बहुत अच्छा है।
90 फीसदी लोग सरकार के 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद किए जान के फैसले पर सरकार के साथ हैं।
92 फीसदी लोग मानते हैं कि विमुद्रीकरण से कालाधन को खत्म करने, आतंकवाद पर चोट पहुंचाने और भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिलेगी।
सर्वे में 5 लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। लोगों के सुझाव विश्व के अलग अलग हिस्सों से 2000 स्थानों से आए हैं जिसमें 93 फीसदी जवाब देने वाले भारत से हैं। सर्वे में 24 फीसदी उत्तरदाता हिंदी भाषी हैं। नरेंद्र मोदी डॉट इन वेबसाइट के मुताबिक 24 घंटे में 5 लाख से ज्यादा लोगों का उत्तर देना किसी सर्वे के लिहाज से एक रिकॉर्ड है। यह सर्वे 22 नवंबर को सुबह 10 बजे जारी किया गया था। सर्वे के नतीजे 23 नवंबर को दोपहर 3:30 बजे तक मिले लोगों के विचार पर पर हैं।
इस सर्वे में 99 फीसदी लोगों ने कहा कि इस फैसले से भ्रष्टाचार और ब्लैक मनी से लड़ाई लड़ने में मदद मिलेगी।
90 फीसदी लोगों ने कहा कि सरकार ने ब्लैकमनी से निपटने के लिए बेहतरीन कदम उठाया है।
92 फीसदी लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लिया गया निर्णय बहुत अच्छा है।
90 फीसदी लोगों ने मोदी सरकार के 500 और 1000 रुपये पर रोक लगाने के फैसले का स्वगत किया है।
92 फीसदी लोगों ने कहा कि नोटबंदी से ब्लैकमनी, भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर लगाम लगेगी।
नोटबंदी से रियल स्टेट, उच्च शिक्षा और हेल्थ केयर आम आदमी तक आसानी से पहुंच सकेगा। इसमें 66 फीसदी लोगों पूर्ण रूप से सहमत है। 27 फीसदी लोग आंशिक रूप से सहमत है जबकि छह फीसदी लोगों ने इस बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं समझा।
नोटबंदी से आपको परेशानियों का सामना करना पड़ा ?तो 43 फीसदी लोगों ने कहा नहीं। 48 फीसदी लोगों ने कहा थोड़ी बहुत और आठ फीसदी लोगों ने कहा दिक्कत हुई।
- आपको लगता है कि क्या भ्रष्टाचार निरोधक गतिविधियो के खिलाफ लड़ाई लड़ने में मदद मिलेगी? इस पर 86 फीसदी लोगों ने हां कहा और सिर्फ 14 फीसदी लोगों ने इसका विरोध किया।
कालेधन से लड़ने के लिए शुरू की गई हमारी लड़ाई को लेकर आपने असुविधा को कितना महसूस किया?
43 फीसदी ने कहा बिल्कुल नहीं
48 फीसदी नहीं कहा, थोड़ी समस्या हुई पर सह लेंगे
8 फीसदी ने कहा, हां
क्या आप मानते हैं कि कभी भ्रष्टाचार के विरोध में आवाज उठाने वाले लोग अब कालाधन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद के समर्थन में लड़ रहे हैं?
86 फीसदी ने कहा हां
14 फीसदी ने कहा नहीं
पीएम मोदी ने एप पर पूछे थे ये 10 सवाल
1. नोटबंदी पर सरकार के फैसले पर आप क्या सोचते हैं?
2. क्या आपको लगता है कि भारत में कालाधन है?
3. क्या आपको लगता है कि भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ना चाहिए?
4. भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के प्रयास पर क्या सोचते हैं?
5. नोटबंदी के फैसले पर आप क्या सोचते हैं?
6. क्या नोटबैन से आतंक पर लगाम लगेगी, नोटबंदी से भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंक रुकेगा?
7. नोटबंदी के फैसले से उच्च शिक्षा, रियल एस्टेट आम आदमी तक पहुंच सकेगी?
8. नोटबंदी पर असुविधा को कितना महसूस किया?
9. भ्रष्टाचार के विरोधी अब इसके समर्थन में लड़ रहे हैं?
10. क्या आप कोई सुझाव शेयर करना चाहते हैं?