नई दिल्ली, 9 अगस्त । वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की सिफारिशों के अनुसार, सरकार ने जुलाई और अगस्त महीने के पहले जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की तिथि अधिसूचित कर दी है।
परिषद द्वारा व्यवस्था में आने के लिए करदाताओं को अधिक समय देने के लिए र्टिन दाखिल करने की तारीख एक महीने के लिए बढ़ा दी गई थी।
जीएसटी के तहत, तीन रूप -जीएसटीआर 1, जीएसटीआर 2 और जीएसटीआर 3- को हर महीने दाखिल करना होगा। मंगलवार को जारी अधिसूचना के अनुसार इस हिसाब से जुलाई के महीने के लिए तीन फार्म दाखिल करने होंगे। जो एक से पांच सितंबर, छह से 10 सितंबर और 11 से 15 सितंबर के बीच दाखिल किए जा सकेंगे।
फॉर्म जीएसटीआर 1 में व्यवसाय की बिक्री को दाखिल करना होगा, जीएसटीएन 2 में खरीदारी को दिखाना होगा तथा जीएसटीएन 3 में बिक्री और खरीद दोनों को दर्ज करना होगा।
अगस्त के महीने के लिए तीनों फार्म को 16 से 20 सितंबर, 21 से 25 सितम्बर और 26 से 30 सितंबर के बीच क्रमश: दाखिल करना होगा।
इन तीनों फार्म के अलावा जीएसटी शासन के पहले दो महीनों के लिए (जुलाई और अगस्त) करदाताओं को भी जीएसटीआर3-बी फॉर्म भी भरना होगा, जो एक सारांश रिटर्न है, जिसमें बाहरी आपूर्ति, आवक आपूर्ति, क्रेडिट और जीएसटी भुगतान का विवरण दर्ज करना होगा।
जुलाई के लिए जीएसटीआर-3बी फार्म 20 अगस्त तक दर्ज किया जाना चाहिए, जबकि अगस्त का जीएसटीआर-3बी फार्म 20 सितंबर से पहले दर्ज करना होगा।
हालांकि, जुलाई और अगस्त महीने में जीएसटी रिटर्न दाखिल करने के लिए कोई दंड नहीं है, विशेषज्ञों का मानना है कि यह व्यापारियों के लिए बेहद मुश्किल होगा, क्योंकि उन्हें अकेले सितंबर महीने में कुल सात रिटर्न जमा करने होंगे।
चार्टर्ड अकाउंटेंट और जीएसटी विश्लेषक प्रीतम महुरे ने आईएएनएस को बताया, "कर पेशेवरों और करदाताओं के लिए अगले 50 दिन बहुत ही व्यस्त रहनेवाले हैं। क्योंकि करदाताओं को कई जीएसटी रिटर्न दाखिल करने हैं। हालात जटिल होनेवाले हैं, क्योंकि ये सभी रिटर्न तैयार किए जा रहे हैं और पहली बार दायर किए जाने हैं और किसी के पास इसका पर्याप्त अनुभव नहीं है यहां तक कि कर पेशेवरों और करदाताओं को भी इसका अनुभव नहीं है।"
उन्होंने कहा, "यह कंपनियों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा।"
जीएसटी सुविधा प्रदाता पेवर्ल्ड ने देश भर में 100 केंद्र खोले हैं, जिससे करदाताओं को रिटर्न भरने में मदद मिली है और उनका कहना है कि जीएसटी मॉडल उपयोगकर्ताओं के अनुकूल है और यह बोझिल नहीं होगा।
पेवल्र्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीण ढाभाई ने आईएएनएस को बताया, "हमने गुजरात, मुंबई, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, राजस्थान, आदि में 100 जीएसटी केंद्र खोले हैं। यह संख्या को बढ़ाकर हम इस वर्ष तक 10,000 कर देंगे। हम करदाताओं से एक साल या उससे अधिक की अवधि की ग्राहकी मुहैया कराते हैं।"
उन्होंने कहा, "हम जीएसटीएन पोर्टल पर लाइव हैं। हम करदाताओं को रिटर्न फाइल करने में मदद करेंगे और जीएसटी फाइलिंग का ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉडल उपयोगकर्ताओं के अनुकूल है जो बिल्कुल भी जटिल नहीं है।"--आईएएनएस
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