नई दिल्ली,3 अक्टूबर(अर्चनाउमेश/वीएनआई)नवरात्र के पर्व शुरू हो गये है. माहौल मे अध्यातम और पूजा पाठ है.नवरात्र मे अक्सर हिंदू धर्माबंलबी व्रत अथवा उपवास करते है.आईये बताते है व्रत करने का सही तरीका लेकिन जिन लोगो का स्वास्थय बहुत अच्छा नही उन्हे इस दौरान कमजोरी से बचने के लिए निर्जल उपवास नहीं करना चाहिए,व्रत के दौरान हेल्दी खाना नहीं खाना या व्रत के दौरान कुछ भी नहीं खाना आपकी सेहत के लिए एक बड़ी लापरवाही हो सकती है। इससे शरीर को फायदा पहुंचने के बजाय नुकसान होता है,अलबत्ता स्वस्थय व्यक्ति थोड़ी सी सावधानी बरत कर संतुलित पोषण और तरल पदार्थ ले कर उपवास रख सकते है। रोगियों, वरिष्ठ जनों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को उपवास नहीं रखना चाहिए।नवरात्र के व्रत में पेय पदार्थ अवश्यर लेते रहें या फिर कुछ हल्का -फुल्का भी खाने में ले सकते हैं। व्रत के दौरान पैक्ड फूड प्रॉडक्ट्स से बचे,फल खाये आप लगातार पानी पीते रहें जिससे शरीर में पानी की कमी न हो।
उपवास के दिनों में पूरा दिन हल्का-फुल्का खाने या फिर पानी पर रहने और रात में हाई कैलोरी युक्त भोजन करने से आपके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है, इसीलिए पूरे दिन ्संतुलित पोषण लेना चाहिए और रात में हल्का-फुल्का़ लेना चाहिए।
कुछ लोग नवरात्र के व्रत में लगातार काफी दिन तक तक सिर्फ पानी या सिर्फ फलाहार का उपवास करते हैं जिससे पाचनतंत्र खराब हो सकता है।
आहार विशेषज्ञो का मानना है कि लगातार कुट्टू, तैलीय भोजन, अधिक आलू इत्यादि खाने से भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है।
नवरात्र के दौरान कुछ लोग यह भी सोचते हैं कि इससे वे अपना वजन नियंत्रित कर लेंगे जिसके चलते वे अकसर दिन भर में सिर्फ एक बार भर पेट खाना खाते हैं।
अचानक पानी पर रहने या दिन में एक बार खाना खाने से न सिर्फ शरीर का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है बल्कि शरीर में वसा की मात्रा भी बढ़ती है।
इसी कारण से व्रत के दौरान भी हर दो-तीन घंटे में फल और सलाद, जूस इत्यादि लेते रहें। खीरा, खरबूज जैसे फलों को खाते रहने से डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होगी और वजन बढ़ने का खतरा भी नहीं रहेगा।
सुबह उठने के बाद ज्यादा देर तक भूखे रहने से एसीडिटी और लो ब्लडप्रेशर आदि की परेशानी हो सकती है।पूजा पाठ ्के माहौल मे
विशेषज्ञो के अनुसार पूरा दिन भूखा रहना और रात में हैवी खाना खाने से , चक्कर आना, सिर दर्द होना, कमजोरी महसूस होना इत्यादि समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है।
नौ दिन तक कम खाने और व्रत के बाद अचानक गरिष्ठ और भारी भोजन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। व्रत रखने से कुछ लोगों का वजन भी बढ़ जाता है, इसीलिए कमजोरी और अन्य परेशानियों से बचने के लिए व्रत के दौरान हल्का-फुल्का या फिर पेय पदार्थ अवश्य लेते रहना चाहिए।
नवरात के व्रत में आप फलाहार ले सकते हैं लेकिन पूरा दिन भूखे रहकर व्रत न करें और भी लगातआर कई दिनो तक।
उपवास करते वक्त अगर आपकी नजर धर्म् के साथ डाइटिंग पर भी है तो अच्छा होगा किसी एक्सपर्ट की सलाह लें और शेड्यूल बना उसे फॉलो करें।
अगर आप चाहते हैं कि व्रत के दौरान आपका वजन बढ़ने के बजाय कम हो जाए तो आपको अपनी प्रतिदिन की कैलोरी 1200 कैलोरी तक ही सीमित करनी होगी। इसके साथ ही आपको अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लेने होंगे। शिकंजी, लस्सी, शहद डालकर मिल्क शेक आदि लिए जा सकते हैं। वी एन आई