नई दिल्ली,१९ अप्रैल(वी एन आई)मोदी सरकार ने आज लाल बत्ती यानि वीवीआईपी कल्चर पर शिकंजा कसते हुए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस, उपराष्ट्रपति, स्पीकर के सरकारी वाहनो को छोड़ कर अन्य वीआई्पी वाहनो की लाल बत्ती पर रोक लगाने का फैसला किया.यानि अब केंद्रीय मंत्री और अधिकारी लाल बत्ती नहीं लगा सकेंगे. यह निर्देश 1 मई से लागू होगा.
केन्द्रीय केबीनेट की बैठक मे आज यह फैसला किया गया
राज्य सरकारें इस पर स्वयं फैसला खुद लेंगी, लेकिन माना जा रहा है कि इस फैसले के बाद राज्यों पर इसे लागू करने का दबाव रहेगा. खासकर बीजेपी शासित राज्यों पर.
इससे पूर्व पंजाब की अमरिंदर सरकार ने लालबत्ती पर रोक लगा दी थी. पंजाब के मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों, अधिकारियों और वरिष्ठ प्रशासनिक पदों पर बैठे लोगों के अलावा किसी को लालबत्ती के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी. इसके तहत पंजाब के मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों, अधिकारियों और वरिष्ठ प्रशासनिक पदों पर बैठे लोगों के अलावा किसी को लालबत्ती के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी. इसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लालबत्ती से हूटर निकालने की बात कही थी.
इसके अलावा ई वी एम को चल रहे विवादो के बीच कैबिनेट कैबिनेट ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए VVPAT मशीनें खरीदने मंजूरी दे दी है,जिससे ईवी एम की कार्यप्रणाली प्रभावी निष्पक्ष मानी जाती है