नई दिल्ली, 13 जून । रेलवे ने मंगलवार को घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में मिशन रेट्रो-फिटमेंट के तहत वह 40,000 रेल डिब्बों का कायाकल्प करेगी, ताकि बेहतर सुविधाओं और सुरक्षा के साथ यात्रियों की यात्रा अनुभव को बेहतर बनाया जा सके।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यहां मिशन रेट्रो-फिटमेंट लांच करने के बाद कहा, "मिशन रेट्रो-फिटमेंट भारतीय रेल के कोचों का कायाकल्प और सुविधाओं के स्तर को उन्नत बनाने का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है।"
उन्होंने कहा, "यह दुनिया की सबसे बड़ी रेट्रो-फिटमेंट परियोजनाओं में से एक है, क्योंकि इसके तहत भारतीय रेल के 40,000 डिब्बों का कायाकल्प किया जाएगा और अगले पांच वर्षों में उनका पुनर्नवीनीकरण किया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए बैलेंस ड्राफ्ट गियर के साथ सेंटर बफर कम्प्लर लगाया जाएगा, जिसकी एंटी-क्लाइम्बिंग सुविधा दुर्घटना के दौरान जीवन और संपत्ति को नुकसान से बचाएगा। यह पटरी से उतारने या दुर्घटना की स्थिति में कोच को ट्रेन से अलग होने से रोकेगा।
उन्होंने कहा कि इसे 35,000 पुराने कोचों और 15,000 नए इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) कोच में लगाया जाएगा।
मिशन रेट्रो-फिटमेंट के लिए रेलवे ने 15,000 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है।आईएएनएस