नयी दिल्ली, 21 अगस्त - जल विपदा और जल प्रबंधन पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय एक बैठक मे कल केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने तीन साल में गंगा को अविरल और निर्मल करने का भरोसा दिया है। उमा ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि अब गंगा का पानी कई जगहों पर पशुओं के उपयोग के लायक भी नहीं रह गया है।
उमा ने दिल्ली में यमुना नदी के प्रदूषण को खत्म करने में दिल्ली सरकार को अपने मंत्रालय से पूरे सहयोग का भरोसा दिया और कहा कि इस काम में किसी प्रकार के सरकारी प्रोटोकॉल को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने यमुना और गंगा पर ये बातें कहीं। इस दौरान विलुप्त सरस्वती नदी को खोजने में \'कोई कोर कसर नहीं छोड़ने\' संबंधी संसद में दिए उनके बयान पर हुई प्रतिक्रियाओं का जवाब भी उमा ने दिया और कहा कि इस खोज के पीछे कोई धार्मिक भावना काम नहीं कर रही है बल्कि इसके जरिए पानी के स्रोतों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
नदियों को जोड़ने की योजना पर उठाई जा रही आशंकाओं का जिक्र करते हुए उमा ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि नदियों को जोड़े जाने से पर्यावरण संतुलन और नदियों के जीव-जंतुओं को कोई नुकसान न पहुंचे। देश की कुछ नदियों को आपस में जोड़ने के काम को अगले 10 साल में पूरा करने की सरकार की योजना के बारे में बताते हुए उमा ने कहा कि ऐसा करने से देश में नदियों के जल की उपलब्धता होगी और बाढ़ के पानी का भी समुचित उपयोग किया जा सकेगा।