ह्यूस्टन 25 नवंबर 2015(वीएनआई) अमरीका के टेक्सास के एक स्कूल में घड़ी को बम समझे जाने पर गिरफ़्तार किए गए 14 साल के अहमद मोहम्मद ने अपने पूर्व स्कूल और शहर प्रशासन से डेढ़ करोड़ डॉलर यानि १ अरब रुपये का हर्जाना मांगा है, इसके साथ ही साथ उन्होंने इरविंग शहर के मेयर तथा पुलिस प्रमुख से लिखित माफी की मांग भी की है। यह जानकारी टेक्सास के किशोर अहमद मोहम्मद के वकील ने दी।वकीलों के मुताबिक़ अगर स्कूल ने 60 दिन में ये रक़म न दी तो वो अदालत जाएंगे.
गौरतलब हैअमेरिका राज्य टेक्सास के इरविंग में रहने वाले इस 14 साल के स्टूडेंट को बम बनाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था. स्कूल के प्रोजेक्ट के लिए घर में ही बनाई गई डिजिटल घड़ी को उसकी टीचर ने बम समझा और पुलिस बुला ली. हालांकि पूछताछ और जांच में कोई सबूत न मिलने पर उसे कुछ देर बाद छोड़ दिया गया.अहमद ने अपनी गिरफ्तारी के बाद कहा था घटना के बाद उसने अपनी मासूमियत खो दी है. उसने बताया, 'मैं अपनी मासूमियत खो चुका हूं. अब दुनिया को देखने का मेरा नजरिया बदल चुका है. मुझे साइंस पसंद है, लेकिन मेरी चमड़ी के रंग के कारण लोग मुझे खतरा समझते हैं.
इस हादसे के बाद अहमद का परिवार, उसकी पढ़ाई पूरी कराने के लिए अमरीका छोड़ कर क़तर चला गया है.अहमद को क़तर सरकार ने वज़ीफा दिया है.
अहमद की गिरफ़्तारी का सोशल मीडिया पर काफ़ी विरोध हुआ था, मोहम्मद की गिरफ़्तारी की ख़बर फैलते ही उस समय सोशल मीडिया पर #ISTANDWITHAHMED ट्रैंड करने लगा था. पूरे अमेरिका में लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और राष्ट्रपति ओबामा, हिलेरी क्लिंटन और फ़ेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग समेत हज़ारों लोग उसके समर्थन में उतर आए थे.
बाद में अहमद को व्हाइट हाउस बुलाया गया था और उन्हें टाइम मैग्ज़ीन ने 2015 के 30 सबसे 'प्रभावशाली किशोर' की सूची में शामिल किया था.