नई दिल्ली17 नवंबर( वीएनआई) विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख अशोक सिंघल का मंगलवार को निधन हो गया। सिंघल ने गुड़गांव स्थित मेदांता-मेडिसिटी अस्पताल में अपराह्न् 2.20 बजे अंतिम सांस ली। उनकी उम्र 89 साल थी. 14 नवंबर को उन्हें गंभीर हालत में गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था । उन्हें सांस लेने से जुड़ी दिक्कत थी। वे वेंटिलेटर पर थे। सिंघल के निधन की खबर विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मीडिया को दी। अशोक सिंघल दशकों से हिंदुत्व विचारधारा के मुखर प्रतिनिधि थे रामजन्म भूमि आंदोलन से जुड़े थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी मृत्यू पर शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया, "अशोक सिंघल का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. उनका जीवन राष्ट्रसेवा पर केंद्रित था. अशोक सिंघल कई सामाजिक कार्यों के पीछे थे. वे आने वाली कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. मुझे हमेशा उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन पाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ
सिंघल ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और सारी उम्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख नेताओं में रहे.
उन्होंने 1980 के दशक में अयोध्या में राममंदिर बनाने के लिए अभियान का न केवल नेतृत्व किया बल्कि दुनिया के अनेक देशों में इसके लिए समर्थक और पैसा जुटाने का अभियान भी चलाया.
विहिप ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार बुधवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया जाएगा।एक अधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, "उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए झंडेवालान में विश्व हिंदू परिषद कार्यालय में रखा जाएगा।बयान में कहा गया है कि बुधवार दोपहर साढ़े चार बजे यमुना के तट पर स्थित निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा।