तुर्की चुनाव : सत्तारूढ़ पार्टी को तगड़ा झटका,सरकार बनने को लेकर अनिश्चितता उत्पन्न

By Shobhna Jain | Posted on 8th Jun 2015 | देश
altimg
अंकारा, 8 जून (शोभनाजैन,वीएनआई) तुर्की चुनाव में सत्तारूढ़ एकेपी पार्टी को भारी झटका लगा है. देश मे नयी सरकार के गठन को लेकर अनिश्चितता की स्थति उतपन्न हो गई है साथ ही राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोऑन के लिये भी यह परिणाम एक बड़ी मात साबित हुए है. राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन की एकेपी पार्टी को पिछले 13 सालों में पहली बार बहुमत से हाथ धोना पड़ा है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति एर्दोऑन ने 2003 में बतौर प्रधानमंत्री सत्ता संभाली थी. पिछले साल वो राष्ट्रपति चुने गए थे. तुर्की में राष्ट्रपति प्रणाली लागू कर राष्ट्रपति के अधिकारो को बढवाने के एजंडा को लिये आगे बढ रहे राष्ट्रपति एर्दोआन के लिये यह बड़ी मात है.उन्हे देश्मे इस प्रणाली लागू करने के लिये दो-तिहाई बहुमत की ज़रूरत थी. .एकेपी को अकेले सरकार बनाने के लिए 276 सीटों की जरूरत है, लेकिन इस् लक्षय को नही पा सकने के बीच अब अब तुर्की में गठबंधन सरकार बनेगी या फिर अल्पमत की सरकार की अटकले जोर पकड़ रही है. कुछ विशेष्ग्यो का यह भी मानना है कि देश को फिर से चुनावो का सामना करना पड़ सकता है. इस चुनाव मे एक भारी उथल पुथल के रूप् मे कुर्द समर्थक एचडीपी या पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी पहली बार दस फ़ीसदी से ज़्यादा वोट हासिल करने में कामयाब रही. प्रेक्षको का मानना है कि इन नतीजो से दक्षिण पूर्वी तुर्की में पिछले तीस साल से अलग कुर्दिस्तान के लिए संघर्ष कर रहे डेढ़ करोड़ कुर्दों की राष्ट्रीय राजनीति में आवाज मुखर हो सकेगी. तुर्की की संसद में बहुमत के लिए 276 सीटें चाहिए. लेकिन एकेपी की 258 सीटें मिलने की संभावना है तुर्की में कल हुए आम चुनाव के शुरूआती नतीजे में सत्तारूढ़ पार्टी आगे चल रही है, लेकिन मतगणना के अभी तक के रूझानो से ऐसा लग रहा है कि यह अकेले सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगी। सत्तारूढ़ जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (एकेपी) चुनाव में लोगों का मजबूत समर्थन हासिल करने में नाकाम रही है, जिसे तुर्की की दूरगामी राजनीति के लिये महत्वपूर्ण चुनाव माना जा रहा था, समाचारो के अनुसार, एकेपी को अब तक 41.14 फीसदी वोट मिल रहे है, जो कि 2011 में हुए आम चुनाव के करीब 50 फीसदी से कम है, जबकि मुख्य विपक्षी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) को 25.25 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं। अनाधिकारिक रूप से 94 फीसदी वोटों की गिनती के अनुसार, प्रधानमंत्री अहमत दावोतुग्लु की एकेपी को 261 सीटों पर जीत दिख रही है, जो कि पिछले चुनावों में इसे 326 सीटों पर मिली जीत से कहीं कम है। फिलहाल संसद में इसके 311 सदस्य हैं। सीएचपी 550 सदस्यीय संसद में 130 सीटें जीत चुकी है। इसने 2011 में 135 सीटों पर जीत हासिल की थी। फिलहाल इसके सदस्यों की संख्या 125 है।ऐसे में या तो एकेपी को अल्पमत की सरकार बनानी होगी या किसी दूसरी पार्टी से गठबंधन करना होगा. ्कुर्द समर्थक पार्टी को संसद में पहुंचने के लिए दस फ़ीसदी वोट पाना ज़रूरी था. पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता सलाहत्तीन देमिरतास ने कहा कि उनकी पार्टी को तमाम मुश्किलों के बावजूद जीत मिली है. एक अनुमान के अनुसार दक्षिण पूर्वी तुर्की में तीस साल से अलग कुर्दिस्तान के लिए जारी संघर्ष में 40 हज़ार लोग जान गंवा चुके हैं.वी एन आई

Leave a Comment:
Name*
Email*
City*
Comment*
Captcha*     8 + 4 =

No comments found. Be a first comment here!

ताजा खबरें

Thought of the Day:
Posted on 22nd Dec 2024
Thought of the Day
Posted on 21st Dec 2024

Connect with Social

प्रचलित खबरें

© 2020 VNI News. All Rights Reserved. Designed & Developed by protocom india