उलन बातोर,मंगोलिया 17 मई (अनुपमा जैन,वीएनआई) तीन देशों की यात्रा में पी एम मोदी दूसरे चरण मे इन दिनो मंगोलिया में हैं। दोनों देशों के बीच आज यानि रविवार को 14 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। पीएम मोदी ने मंगोलिया को 1 बिलियन डॉलर की मदद का एलान किया। मंगोलिया में ट्रेन चलाने, साइबर सिक्युरिटी सेंटर बनाने में मदद की भी घोषणा की। इसके अलावा, सीमा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में मदद देने का भी भरोसा दिलाया। इसके तहत, दोनों देश संयुक्त युद्धाभ्यास करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि इन समझौतों से दोनों देशों के बीच सीमा और साइबर सिक्युरिटी के मामले में सहयोग बढ़ेगा।
पी एम मोदी शंघाई में भारतीय समुदाय को संबोधित करने के बाद कल शाम \'लैंड ऑफ ब्लू स्काई\'- \'मंगोलिया\' की राजधानी उलन बातोर पहुंच गए थे । किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मंगोलिया यात्रा है। पीएमओ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। पीएमओ ने ट्वीट में लिखा है कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मंगोलिया यात्रा अब शुरू होती है। वही, पीएम मोदी ने भी वहां पहुंचकर ट्वीट करते हुए हैलो किया। साथ ही, एक फोटो भी साझा की है।
मंगोलिया में लोकतंत्र की 25वीं सालगिरह के ऐतिहासिक मौके पर पहुंचे मोदी मंगोलिया की संसद को अब से थोड़ी देर बाद संबोधित करेंगे, जो उनके सम्मान में रविवार को भी खुलेगी। मोदी मंगोलिया की संसद के अध्यक्ष से भी मुलाकात करेंगे। इस दौरान, वह प्रेजिडेंट साखियागिन एलबेगदोर्ज से मुलाकात करेंगे और उसके बाद एक रात्रिभोज में शामिल होंगे। वह यहा के पीएम चिमद सेखानबिलग से बातचीत करेंगे, यहां दो दिवसीय प्रवास के दौरान वह मंगोलिया के राष्ट्रपति साखिगिन इलबेडोर्ज से मुलाकात कर सहयोग, व्यापार और निर्माण के क्षेत्र में कई समझौते करेंगे।मोदी एक सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्रीय क्रीड़ा महोत्सव - \'नादम\' में हिस्सा लेंगे जिसमे वे कुश्ती, तीरंदाज़ी घुड़सवारी का लुत्फ लेंगे, उलन बातोर में मोदी भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। मंगोलिया से फिर मोदी दक्षिण कोरिया के लिए रवाना होंगे।
चीन व रूस के बीच स्थित मंगोलिया की आबादी करीब 29 लाख है, जिसमें आधे से अधिक बौद्ध हैं जबकि तीन फीसद इस्लाम, 2.2 फीसदी ईसाई व 2.9 फीसदी शामनिस्ट हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को इस बात का गर्व है कि वह मंगोलिया का आध्यात्मिक पड़ोसी है।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगोलिया की राजधानी में गैनदन तेग्चिलेन मठ के हंबा लामा (मुख्य मठाधीश) को बोधि वृक्ष का एक पौधा भेंट किया। मोदी मंगोलिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। वह भगवान बुद्ध को समर्पित गिर तीर्थस्थल पर गए।
हंबा लामा डी चोइजाम्त्स प्रधानमंत्री का हाथ पकड़कर उन्हें वज्र तारा मंदिर में लेकर गए, जहां भारतीय नेता ने प्रार्थना की। मोदी को मंदिर के उस पुस्तकालय में ले जाया गया, जहां प्राचीन पवित्र पुस्तकें रखी हुई हैं। प्रधानमंत्री ने जनराएसाग मठ की परिक्रमा की। उन्होंने हंबा लामा को बोधि वृक्ष का एक पौधा भेंट किया।
गैनदन मंगोलिया का सबसे बड़ा और बेहद महत्वपूर्ण मठ है। 19वीं सदी के मध्यकाल में निर्मित यह एकमात्र ऐसा मठ है, जहां कम्युनिस्ट काल के दौरान भी बौद्ध परंपराएं जारी रहीं। उल्लेखनीय है कि अशोक व उनके शिष्यों ने मंगोलिया तक बौद्ध धर्म का प्रचार किया था, जबकि मुगल बादशाह बाबर \'मंगोल सल्तनत\' का संस्थापक था। ।
गौरतलब है कि मंगोलिया को \'लैंड ऑफ ब्लू स्काई\' को इसलिये पुकारा जाता है, क्योंकि यहां करीब 250 दिन सूरज उगता है। भारत और मंगोलिया से सदियों ्से रिश्तों की डोर से जुड़े हैं
इससे पहले पीएम मोदी के मंगोलिया रवाना होते ही पीएमओ ने ट्वीट किया , \'अलविदा चीन, गर्मजोशी और मेहमाननवाजी के लिए मेरी ओर से आभार। हमेशा अनुराग के साथ अपनी यात्रा को याद रखूंगा।\'
एक अन्य ट्वीट में पीएमओ और मोदी ने कहा, \'आने वाले वर्षों में भारत-चीन संबंधों को और मजबूत बनाएं।\' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में चीन में तीन दिन रुके।