नई दिल्ली, 23फरवरी (अनुपमाजैन/वीएनआई) महाराष्ट्र सूचना व जनसंपर्क महानिदेशालय के महानिदेशक चंद्रशेखर ओक ने ‘न्यु मीडिया’ को जनसंपर्क का अटूट सेतु व प्रभावी माध्यम बताते हुए कहा है कि आज के दौर मे प्रचार-प्रसार माध्यमों का तेजी से विस्तार हो रहा है. सरकार की बात और काम प्रभावी रूप सें जनता तक पहुचाने कें लिए ‘न्यु मीडिया’ का माध्यम जनसपंर्क के प्रभावी माध्यम के रूप मे अभरा है और यह इस के लिये यह सुनहरा अवसर है .
श्री ओक आज यहा महाराष्ट्र सूचना केंद्र की ओर से आयोजित ‘सरकार में जनसंपर्क’ विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का उदघाटन कर रहे थे. सूचना निदेशक शिवाजी मानकर, महाराष्ट्र सूचना केंद्र के उपनिदेशक दयानंद कांबले इस अवसर पर उपस्थित थे.
श्री ओक ने कहा कि 90 के दशक में प्रिंट मीडिया का प्रयोग बड़े पैमाने परमे किया जाता था. इसके बाद के दशक में इलेक्ट्रॅानिक मीडिया ने अपनी जगह बनाई. आज सोशल मीडिया द्वारा जनता तक पहुचना अधिक आसान हो गया. सरकारी जनसंपर्क में ‘सोशल मीडिया’ के साथ ‘न्यु मीडिया’ का प्रभावी उपयोग किया जायें िसी सोच के साथ राज्य का सूचना व जनसंपर्क विभाग इस दिशा में कार्य कर रहा है,
महाराष्ट्र सूचना केंद्र की ओर से पिछले वर्ष से देश की राजधानी में राष्ट्रीय कार्यशाला का इस तरह का आयोजन किया जा रहा है. महाराष्ट्र देश का पहला ऐसा राज्य है, जो इस तरह का आयोजन कर रहा है. श्री ओक ने विश्वास व्यक्त किया कि इस कार्यशाला के माध्यम सें सूचना एंव जनसंर्पक विभाग के अधिकारीयों को ्काफी लाभ होंगा
श्री कांबले ने अपने संबोधन मे राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस कार्यशाला का महत्व बताया. उन्होने कहा कि उन्हे विश्वास है कि समयानुसार बदलते मीडिया का उपयोग सरकार जनसंपर्क के लिये प्रभावी रूप से कर सकेगी और इस चार दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला मे इस पर गहन तौर पर विचार् किया जा सकेगा.इस कार्यशाला का वेबकास्ट के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया. इस तरह कार्यक्रम का सीधा वेब प्रसारण करनेवाला महाराष्ट्र सूचना केंद्र पहला कार्यालय बन गया है.
महाराष्ट्र के सूचना तथा जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ राजस्थान, झारखंड, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, गोवा, गुजरात, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडू, सिक्किम, मणिपूर, नागा लेंड, दिल्ली, अड़मान निकोबार सहित राज्य तथा केंद्र शासीत प्रदेशों के सूचना व जनसंपर्क विभाग के कुल 36 अधिकारी इस कार्यशाला में सहभागी हूयें.वी एन आई