नई दिल्ली,26 सितंबर (अनुपमाजैन,वीएनआई) जी हां, कभी लंदन में दूध बेचने वाले अजयवीर सिंह अब भारत मे विमान कंपनियो के मालिक है. पंजाब के रोपड़ जिले के नूरपुरबेदी के गांव लालपुरा में जन्में अजय् वीर एक जमाने मे अपने खर्चे निकालने के लिए लंदन में दूध सप्लाई करते थे, लेकिन आज भारत में दो विमान कंपनियों के मालिक हैं।
उनकी दो कंपनियां हैं-ढिल्लों एविएशन और एयरकिंग चार्टर्ज, उनके विमान बेड़े मे अनेक हेलिकॉप्टर शामिल हैं. उनकी कंपनिया राजनैतिक दलो, सरकारी, गैर सरकारी क्षेत्र तथा बड़े बड़े लोगो को किराये पर विमान, हेलीकॉपटर, एअर एम्बुलेंस वगैरह देती है। ढिल्लों एविएशन के वे प्रबंध निदेशक है.
अमृतसर से बीटेक कम्प्यूटर की डिग्री लेने के बाद अजयवीर आगे की पढ़ाई के लिए 2003 मे लंदन गए तो वहां खर्च निकालने के लिए घरों में दूध की बोतलें और अखबार बांटने लगे। सुबह साइकिल पर ये काम करते, दिन में पढ़ाई। खर्चे बढ़े तो घर बनाने वाले ठेकेदार के पास लग गए। वहां कई घंटे दीवार की ईंटे तोड़ते। लेकिन वे जुटे रहे और एमबीए करने के बाद वहा कारोबार करने की बजाय दो साल बाद स्वदेश लौट आए।
उनके पिता अमृतसर में एसएसपी थे। आखिर विमान कंपनी के व्यवसाय ने ही उन्हे क्यों आक्र्षित किया,उनके नजदीकी लोग बताते है हुआं कुछ यूं कि उनके चाचा हरबंस सिंह ने भाई की शादी में दिल्ली से 5 लाख के किराए पर हेलिकॉप्टर मंगाया। कपूरथला में हुई इस शादी के हर तरफ चर्चे थे। हेलीकॉपटर तो किराये पर आ गया लेकिन उनके मन मे एक सपना जगा गया उन्होंने तभी ठान लिया कि विमान उद्द्योग- एविएशन इंडस्ट्री ही उनकी मंजिल है।
अजयवीर बताते हैं कि एविएशन इंडस्ट्री की लाइन आसान नहीं थी। शुरू के दिनों में तो 18 -18 घंटे काम किया। जिस भी बड़े घराने की शादी होती तो रेफरेंस जुटाते। बात करते। एक हेलिकॉप्टर से काम शुरू किया। काम मिलने लगा। इलेक्शन में या सेंट्रल मिनिस्टर वगैरह आते तो डिमांड बढ़ी। आज उनके पास 4 हेलिकॉप्टर हैं। अजय बताते हैं ज्यादा खुशी उस दिन मिली जब उन्हें छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित एरिया में सेवाएं देने के लिए चुना गया। 8-8 घंटे दफ्तरों के बाहर अनुबंध पाने के लिये बारी का इंतजार किया। कई बार ना उम्मीदी ही मिलती। छत्तीसगढ़ में भारतीय पायलट यह कहकर छोड़ गया कि ऐसी नौकरी के लिये उसे अपनी जान नहीं देनी। फिर ऑस्ट्रेलिया के आर्मी से रिटायर्ड कैप्टन ने यह जिम्मा संभाला।
अजयवीर बताते हैं कि अब तो संवेदनशील एरिया में सर्च के लिए सरकार की सीआरपीएफ भी सेवाएं लेती है। 2012 में नॉर्थ इंडिया में 15000 किलोमीटर एरिया में जापान की कंपनी से मिलकर हाइटेंशन वायर में गड़बड़ी ढूंढ़ने का सर्वे भी बखूबी कर चुके हैं
आज उसकी भारत में 2 जहाज़ कंपनियां हैं । अजयवीर की 2 जाहाज़ कंपनियो, ढिल्लों एविएशन और एयरकिंग चार्टज का कारोबार 400 करोड़ रुपए से ज़्यादा का है।
उसके इस संघर्ष में उसके माता -पिता इकबाल सिंह औरबहिन हरदीप कौर का बहुत सहयोग रहा। अब उनकी पत्नी जिन्या सिंह भी जिम्मेवारियॉ साथ मे संभाल रही है। परिवार मे दो बेटियां हैं। भले ही अब वह दिल्ली में रह रहे है लेकिन वह रह रह कर अपने गांव भी पहुंच जाते है.वी एन आई