कुछ पंक्तियाँ सुमित्रानंदन पंत की जिनका कल जन्मदिन था
जग पीड़ित है अति-दुख से जग पीड़ित रे अति-सुख से, मानव-जग में बँट जाएँ दुख सुख से औ’ सुख दुख से !
No comments found. Be a first comment here!
Posted on 21st Jan 2017
Posted on 9th Dec 2015
Posted on 31st Jan 2017