लंदन, 12 अगस्त, (वीएनआई) नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लेखक वी. एस. नायपॉल का बीते शनिवार को 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। नायपॉल के परिवार ने उनके निधन की घोषणा की। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे साहित्य जगत के लिए बड़ी क्षति बताया है।
नायपॉल की पत्नी ने एक बयान में कहा, 'उनकी सभी उपलब्धियां महान हैं और उन्होंने अपनी अंतिम सांस अपने प्रियजनों के बीच ली। उनका जीवन अद्भुत रचनात्मकताओं एवं प्रयासों से भरा था।' नायपॉल के निधन पर देश के तमाम नेताओं ने शोक प्रकट किया है। गौरतलब है नायपॉल ने पहली शादी पेट्रीसिया एन. हेल से वर्ष 1955 में की थी लेकिन वर्ष 1996 में पेट्रीसिया का निधन हो गया और उसी वर्ष नायपॉल ने पाकिस्तानी पत्रकार नादिरा अल्वी से विवाह कर लिया था।
विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल ने 30 से ज्यादा किताबें लिखीं और 2001 में उन्हें साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला। भारतीय सिविल सर्विस के अधिकारी के बेटे नायपॉल का जन्म त्रिनिदाद में हुआ। इंग्लैंड में बसने से पहले उन्होंने ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी साहित्य का अध्ययन किया। हालांकि उनका ज्यादातर समय सफर में गुजरा और वह आधुनिक यायावरी का प्रतीक बनकर उभरे। उनकी कई कृतियों में औपनिवेशिक काल के बाद की परेशानियों-तब्दीलियों का वर्णन मिलता है। उनके मशहूर उपन्यासों में से एक 'अ हाउस फॉर मिस्टर बिस्वास' अर्धआत्मकथात्मक है जिसमें कैरिबियाई देशों में आए भारतीय प्रवासियों के अपने जड़ों से कटे बगैर वहां के समाज में घुलने-मिलने के लगभग नामुमकिन से किए गए काम का जिक्र है।
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