सियोल, 10 मई (वी एन आई) दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति चुनाव में भारी जीत के बाद मून जे-इन ने आज देश के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली,्लेकिन शपथ लेने के ठीक बाद उन्होंने परमाणु हथियारों से लैस परंपरागत शत्रु माने जाने वाले पड़ोसी उत्तर कोरिचा याजाने की इच्छा जतायी जिससे अंतराष्ट्रीय जगत मे खलबली मच गई है.उत्तर कोरिया के साथ हाल के दिनों में बढ़े तनाव के बीच हो रहे चुनाव पर विशेष ्ध्यान दिया जा रहा था क्योंकि मून जे-इन ने पहले ही संकेत दिये थे कि वे उत्तर कोरिया के साथ संपर्क बढ़ाना हैं जबकि पूर्ववर्ती राष्ट्रपति पार्क गुन हे ने प्योंगयांग के साथ हर तरह के रिश्ते ख़त्म कर दिए थे.सोल के नेशनल असेंबली भवन में शपथ ग्रहण के बाद मून ने सांसदों से कहा ' जरूरत पड़ी, तो मैं तत्काल वॉशिंगटन के लिए रवाना हो जाऊंगा. मैं बीजिंग और तोक्यो और उचित परिस्थितियों में यहां तक कि ' प्योंगयांग भी जाऊंगा.'
गौरतलब हैकि देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान कल हुआ था। आज नतीजे घोषित कर दिए। राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग (एनईसी) ने चुनाव में मून की जीत की पुष्टि की, जिसके बाद मून ने देश के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। उनका कार्यकाल पांच साल का होगा
एनईसी के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव में कुल 3,28,07,908 वोट पड़े, जिनमें से 1,34,23,800 यानी 41.08 प्रतिशत डेमोक्रेटिक पार्टी के उदारवादी उम्मीदवार मून को मिले। 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में मून जे-इन पार्क गुन हे से मामूली अंतर से हारे थे. नए राष्ट्रपति के तौर पर मून के निर्वाचन की पुष्टि से संबंधित एक लिखित प्रमाण-पत्र उन्हें सौंपा गया।
बता दें कि समय से पूर्व राष्ट्रपति चुनाव कये गये थे क्योंकि मार्च में पार्क गुन हे को महाभियोग के ज़रिए पद से हटा दिया गया था. उनपर भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग के आरोप थे. हालांकि उन्होंने कुछ भी ग़लत करने के आरोपों से इनकार किया था
जानकारो का कहना अगर दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया के साथ संबंधों में आगे बढ़ता है तो अमरीका के साथ तनाव बढ़ सकता है.
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