संयुक्त राष्ट्र, 3 नवंबर (वीएनआई)| शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त फिलीप्पो ग्रैंडी ने संयुक्त संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि 800,000 से ज्यादा म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमान संभवत: 'सबसे संकटपूर्ण स्थिति' में हैं।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, ग्रैंडी ने यह टिप्पणी वैश्विक स्तर पर जबरन विस्थापित हुए 6.5 करोड़ से लेकर 6.6 करोड़ लोगों के मुकाबले की। उन्होंने परिषद के कक्ष के बाहर संवाददाताओं से बताया, हमने सबसे जटिल संकटों में से कुछ के बारे में विशेष रूप से अफ्रीका में दक्षिण सूडान, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के बारे में बात की।उन्होंने कहा, सबसे ज्यादा ध्यान बांग्लादेश में म्यांमार से जा रहे रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति पर दिया गया और जिस तरह से संकट बढ़ता जा रहा है, यह शायद सबसे ज्यादा विकट स्थिति है।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने बताया कि 25 अगस्त को रोहिंग्या विद्रोहियों द्वारा घातक हमले को अंजाम दिए जाने के बाद उत्तरी रखाइन से पलायन करने वाले 607,000 रोहिंग्या मुसलमानों में से 800,000 शरणार्थियों को बेहद संकटपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। उत्तरी रखाइन प्रांत में सख्ती बढ़ा दी गई है। हालांकि, पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने इस प्रांत का हवाई दौरा किया था, जहां जले हुए गांव नजर आए।
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