बीजिंग,२७ अप्रैल(वी एन आई) अरुणाचल प्रदेश में छह जगहों के नाम बदलकर भारत को उकसाने वाली कार्रवाई के कुछ दिन बाद ही चीन ने अब ताइवान का नाम बदल दिया है, जिसे वह अपना अभिन्न अंग बताता रहा है.चीन द्वारा अपने देश का नाम बदलने की इस साजिश का ताइवान मेनलैंड अफेयर्स काउंसिल की अध्यक्ष कैथरीन चांग ने निंदा की है. कैथरीन ने कहा कि उनकी 'सरकार' मुख्यभूमि को 'कमतर करने वाली इस एकतरफा' कार्रवाई को स्वीकार नहीं करेगी.
चीन ने ताइवान का नाम बदलने का ऐलान करने के लिए एक खेल प्रतियोगिता का अवसर चुना. ताइवान एक स्वशासित और समृद्ध द्वीप है.
ग्लोबल टाइम्स वेबसाइट पर आई एक खबर में कहा गया कि सरकारी चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने 2017 एशियन टेबल टेनिस चैंपियनशिप में 11 अप्रैल को ताइवान को 'झांगहुआ ताइपे' के बजाय 'झांगगुओ ताइपे' के तौर पर संबोधित किया.
झांगगुओ और झांगहुआ दोनों का मतलब चीन होता है, लेकिन झांगहुआ की सामान्य परिकल्पना चीनी राष्ट्र के तौर पर होती है, जबकि झांगगुओ को पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के संदर्भ में देखा जाता है.