पटना, 20 अगस्त | भोजपुरी फिल्मों की 'हॉट केक' कही जाने वाली अभिनेत्री अंजना सिंह का मानना है कि कलाकार को किसी एक भूमिका में बंधना नहीं चाहिए, बल्कि हर भूमिका को खुद में आत्मसात करना चाहिए।
अपने फिल्मी सफर के पहले ही साल 17 फिल्में साइन करने वाली और 11 फिल्मों की शूटिंग पूरी कर रिकॉर्ड बनाने वाली अंजना कहती हैं कि उन्हें जितना इस फिल्मी दुनिया के लोगों का प्यार मिला है, उतना ही प्यार दर्शकों का भी मिल रहा है। छह साल के छोटे से फिल्मी सफर में लगभग 60 फिल्मों में अभिनय करने वाली अंजना ने पटना में आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में माना कि उन्हें फिल्मों के लिए कभी ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा। उन्होंने कहा, "निर्माता-निर्देशकों ने मुझ पर भरोसा किया और मुझे दर्शकों का प्यार मिला। मैं शुक्रगुजार हूं हमारी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्रीज का, हमारे निर्माता-निर्देशकों और कलाकारों का जिन्होंने मुझे इस लायक समझा कि मैंने देखते ही देखते फिल्मों की 'हाफ सेंचुरी' लगा दी। फिल्मी सफर के विषय में पूछने पर अंजना कहती हैं, "मेरी किस्मत अच्छी थी कि मेरी शुरुआत रवि किशन जैसे मंझे हुए कलाकार के साथ हुई और दूसरी फिल्म में मेरे पसंदीदा गायक पवन सिंह मेरे हीरो रहे। दिनेश लाल यादव निरहुआ, खेसारी लाल इन सबके सहयोग से ही मुझे अपनी मंजिल का मार्ग दिखा, जहां से मैं आगे बढ़ रही हूं। 60 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुकीं, उत्तर प्रदेश के बहराइच की रहने वाली अंजना का कहना है कि उन्हें किसी खास किरदार में बंधना पसंद नहीं है। उनका मानना है कि एक कलाकार को किसी दायरे में नहीं बंधना चाहिए। भूमिका कोई भी हो, उसे उसमें जी जान लगा देनी चाहिए। उन्होंने कहा, "आम तौर पर लोग मेरी फिल्म 'बहुरानी' की चर्चा करते हैं और मेरी भूमिका की तारीफ करते हैं लेकिन मेरा मानना है कि कलाकार को हर भूमिका को खुद में आत्मसात कर लेना चाहिए।"
अपनी आने वाली फिल्मों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे तो मेरी छह से सात फिल्में आने वाली हैं, परंतु फिलहाल 'चोर मचाए शोर' और 'लव एक्सप्रेस' की शूटिंग चल रही है। इसके अलावे 'गुंडे' का फर्स्ट लुक लॉन्च हो गया है। कुछ फिल्में ऐसी भी हैं, जिनकी शूटिंग जल्द ही प्रारंभ होने वाली है। उन्होंने बताया, "हाल ही में दर्शकों ने जुबली स्टार निरहुआ के साथ 'जिगर' में और मेरे पहले को-स्टार रवि किशन के साथ 'शहंशाह' में देखा। लोगों ने इन दोनों फिल्मों को खूब पसंद किया। कई फिल्मों में छोटी भूमिका निभाने के संबंध में पूछे जाने पर अंजना ने इस बात पर दुख जताते हुए कहा कि आज केवल भोजपुरी सिनेमा में ही छोटे और बड़ी भूमिका की चर्चा होती है। बकौल अंजना, "मेन लीड, सेकेंड लीड की बात भोजपुरी में ही ज्यादा होती है, किरदार की चर्चा कम होती है। सही मायने में किरदार की बात होनी चाहिए। फिल्म एक माला की तरह होती है, जिसका हर मोती अपने आप में महत्वपूर्ण है। मैंने हमेशा से अपना किरदार देखा है, यह नहीं देखा की मेरा दृश्य कितना है और मेरे ऊपर गाने कितने हैं। मैंने कई महिला प्रधान फिल्में भी की है तो कई फिल्मों में प्रमोशन सांग का भी हिस्सा रही हूं। उन्होंने भोजपुरी सिनेमा के भविष्य के विषय में पूछे जाने पर कहा कि आज भोजुपरी फिल्म के दर्शकों में काफी बढ़ोतरी हुई है। इस फिल्म के दर्शक अब सिनेमा की समीक्षा कर रहे हैं। --आईएएनएस
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