मुंबई, 11 नवंबर (वीएनआई) आज का भारतीय शेयर बाजार सोमवार, 11 नवंबर को नर्मी के साथ बंद हुआ, क्योंकि आईटी और बैंकों के शेयरों में आई बढ़त को प्रमुख इंडेक्स के भारी वजनदार स्टॉक्स में गिरावट ने कमजोर कर दिया,ऑटो, फार्मा, एफएमसीजी और मेटल सेक्टर में बिकवाली देखी गई।
दिन की शुरुआत नकारात्मक रही, लेकिन पहले हाफ में Nifty 50 और Sensex ने लगभग 1% की बढ़त दिखाई। हालांकि, बाजार में "राइज पर सेलिंग" की भावना के चलते दोनों इंडेक्स निचले स्तर पर बंद हुए। निवेशक हर छोटे उतार-चढ़ाव को बेचने के अवसर के रूप में देख रहे हैं, जबकि कमजोर तिमाही परिणामों और घरेलू आर्थिक कारणों की वजह से बाजार की धारणा मंदी में बनी रही।
सेंसेक्स पैक में एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, एमएंडएम, जेएसडब्ल्यू स्टील, एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व और एलएंडटी ्बड़े घाटे में रहे। वहीं, पावर ग्रिड, एचसीएल टेक, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, टीसीएस, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी और टाइटन बढत के साथ रहे। आईटी और बैंकिंग क्षेत्रों ने बाजार में सुधार को समर्थन दिया, लेकिन रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और भारती एयरटेल जैसे प्रमुख स्टॉक्स में बिकवाली ने बाजार के सुधार पर दबाव डाला। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई ब्रोकरेज फर्मों द्वारा दूसरी तिमाही के खराब नतीजों पर निराशा व्यक्त करने के बाद एशियन पेंट्स के शेयरों में भारी गिरावट आई। इसके शेयर 8.21 फीसदी गिरे.
इस प्रकार, Nifty 50 0.03% गिरावट के साथ 24,141 अंक पर बंद हुआ। S&P BSE Sensex भी 52.51 अंक, यानि 0.07% गिरकर 79,433 अंक पर बंद हुआ।
दूसरी ओर, व्यापक बाजार में मिड- और स्मॉल-कैप स्टॉक्स के अधिक मूल्यांकन के कारण भारी बिकवाली देखी जा रही है। Nifty Midcap 100 इंडेक्स 0.88% गिरकर 55,853 पर बंद हुआ, वहीं Nifty Smallcap 100 इंडेक्स 1.22% गिरावट के साथ 18,219 पर पहुंच गया।
भारतीय शेयरों में हाल की गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक घटनाक्रमों से ज्यादा घरेलू कारक रहे हैं। मुख्य चिंताएँ हैं: आने वाले महीनों में महंगाई का ऊंचा स्तर बना रहना, उच्च-फ्रीक्वेंसी संकेतकों में मंदी, शहरी भारत में कमजोर खर्च, रुपये का ऐतिहासिक न्यूनतम स्तर पर पहुँचना, और बाजार का अधिक मूल्यांकन।विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा की जा रही निरंतर बिकवाली, कमजोर तिमाही नतीजे और एशियाई मार्केटों में कमजोरी के कारण मार्केट में दबाव रहा.
इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा फरवरी तक उच्च ब्याज दरों को बनाए रखने की चिंता ने बाजार की भावना को और कमजोर किया है।
क्षेत्रीय दृष्टिकोण से, Nifty IT ने अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण लगातार दूसरे सत्र में 1.28% की बढ़त हासिल की। इसके बाद Nifty Bank में 0.61% की बढ़त आई। वहीं, Nifty Media में 1.3% की गिरावट रही, जबकि Nifty Metal, Nifty Pharma, Nifty Oil & Gas और Nifty Consumer Durables सभी ने 0.65% से 1% तक नुकसान दर्ज किया।
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