नई दिल्ली 12 दिसम्बर (वी एनआई )भारतीय रिजर्व बैंक ने यूपीआई (यूनिफ़ाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस यानि एक ऐसा सिस्टम जिससे तुरंत पेमेंट किया जा सकता है. इसकी मदद से, मोबाइल प्लैटफ़ॉर्म पर दो पक्ष एक-दूसरे को पैसे ट्रांसफ़र कर सकते हैं) ने 2024 में डिजिटल भुगतान को और आसान और उपयोगी बनाने के लिए कई बड़े बदलाव किए। इन बदलावों ने न केवल लेन-देन की प्रक्रिया को तेज किया है, बल्कि इसे पहले से भी ज्यादा सुविधाजनक बना दिया है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को समझते हुए ऐसे फीचर्स पेश किए हैं जो हर किसी के लिए मददगार साबित हो रहे हैं।
आपको बता दें कि सबसे बड़ा बदलाव यूपीआई की लेन-देन सीमा में किया गया। अब आप अस्पतालों की फीस भरने, टैक्स जमा करने, या आईपीओ में निवेश के लिए एक बार में 5 लाख रुपये तक ट्रांसफर कर सकते हैं। यह न केवल बड़ी रकम के लेन-देन को आसान बनाता है, बल्कि समय की बचत भी करता है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने यूपीआई लाइट और यूपीआई123पेव की सीमा बढ़ाकर भी इसे और बेहतर बनाया। यूपीआई लाइट, जो छोटे भुगतानों के लिए जाना जाता है, अब 5,000 रुपये तक के ट्रांजैक्शन की सुविधा देता है। UPI Lite की ट्रांजेक्शन लिमिट भी बढ़ाई है. , तो 1 नवंबर के बाद अगर आपका UPI Lite बैलेंस एक तय सीमा से नीचे चला गया है तो तो नए ऑटो टॉप-अप फीचर से UPI Lite में फिर से पैसे ऐड हो सकते हैं इससे मैनुअल टॉप-अप की जरूरत खत्म हो ्गयी , जिससे अब आप यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लाइट की मदद से बिना रूके पेमेंट ्कर पा रहे होंगे वहीं, यूपीआई123पेव, जो बिना स्मार्टफोन और इंटरनेट के भी काम करता है, अब 10,000 रुपये तक का भुगतान संभव बनाता है। सोचिए, बिना इंटरनेट के भी इतनी बड़ी सुविधा मिलना कितना शानदार है!
सबसे दिलचस्प फीचर इस साल लॉन्च हुआ यूपीआई सर्कल है। अगर आपका बैंक खाता यूपीआई से लिंक नहीं है, तो भी आप इस फीचर का इस्तेमाल करके ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। बस प्राइमरी यूजर की अनुमति से सेकेंडरी यूजर लेन-देन कर सकता है। यह फीचर पारिवारिक लेन-देन या साझा खातों के लिए बेहद उपयोगी है।
गौरतलब है कि यूपीआई लाइट वॉलेट में भी बड़ा बदलाव किया गया है। अब वॉलेट में राशि खत्म होने पर फंड अपने आप खाते से ट्रांसफर हो जाएगा। कोई अतिरिक्त प्रमाणीकरण की जरूरत नहीं होगी। यह फीचर लेन-देन को बिना रुके जारी रखने में मदद करता है।
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