नई दिल्ली,१४ अक्टूबर (वीएनआई) खबरो के अनुसार चीन मे गधो की भारी मॉग है. इस मॉग्को पूरा करने के लिये वह बड़ी तादाद मे गधो का आयात कर रहा है' इसी के चलते चीन भारी तादाद में अफ्रीका से गधे खरीद रहा है। चीन हर साल अफ्रीका से लाखों गधे आयात करता है।
चीन को हर साल 40 लाख गधों की जरूरत पड़ती है। इतनी बड़ी तादाद को वो अकेला नहीं पूरा कर पाता, इसके लिए उसे गधे को अफ्रीका से इसे आयात करना पड़ता है। अधिकतर आयात अफ्रीका के नाइजर और बुर्कीना फासो देशो से होता है।
इन गंधों का इस्तेमाल चीन दवाईयां बनाने में करता है। दरअसल चीन गधों की खाल से एक पारंपरिक दवाई ईजिओ बनाता है। इस दवाई का नाम टीसीएम है। इसे बनाने में गधे की खाल से निकलने वाली गिलेटिन का इस्तेमाल होता है। चीन में इस दवाई की भारी मांग है। चीन इस मांग को देखते हुए हर साल करीब 5 हजार टन टीसीएम बनाता है।
इस दवाई का इस्तेमाल चीन में सर्दी जुकाम, एनिमिया और अनिद्रा जैसी बीमारियों के लिए होता है। इस के साथ-साथ इसका इस्तेमाल फेसक्रीम और एंटी एडिंग के तौर पर होता है। वी एन आई