नयी दिल्ली,21 अगस्त (शोभनाजैन,वीएनआई) भारत और पाकिस्तान के बीच आगामी 23 अगस्त को होने वाली एनएसए स्तर की वार्ता पाकिस्तान की 'बदनीयती' की वजह से खटाई मे पड़ती नजर आ रही है हैं और ऐसे आसार भी नज़र आ रहे हैं कि यह वार्ता अन्ततः न भी हो, पाकिस्तान आतंक के मुद्दे पर वार्ता के लिये आपसी सहमति से पूर्व निर्धारित एजेंडा की बजाय कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मुलाकात के बहाने कश्मीर को मु्द्दा बनाने पर तुला हैं,वही भारत ने पाक की इस बदनीयती पर आज कड़ा रूख अपनाते हुए साफ तौर पर कह दिया है कि कशमीरी पृथकतावादियों और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के बीच किसी तरह की बातचीत को स्वीकार नहीं किया जाएगा।उच्च पदस्थ सूत्रो के अनुसार भारत चाहता है बातचीत हो लेकिन 'तय एजेंडा' के मुताबिक् बातचीत सिर्फ आतंकवाद हो लेकिन ऐसा लगता है पकिस्तान इसके रास्ते मे लगातार अंड़गे डाल रहा है,तेजी से घटे नवीनतम घटना क्रम मे उसने आज हुरियत नेताओ से मिलने के कार्यक्रम पर अड़े रहते हुए कहा कि वह इस मामले पर भारत की सलाह नही मानेगा, पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त को बुला कर पाकिस्तान के इस रवै्ये से अधिकारिक तौर पर अवगत कराया इस सब के चलते ऐसा भी लग रहा है कि क्या बातचीत हो भी पायेगी.
इस संबंध में कल पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत देते हुए कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को कल कुछ देर के लिए नजरबंद करने के बाद रिहा किये जाने के बाद आज फिर उन्हे नजरबंद कर दिया गया.सूत्रो के अनुसार भारतीय अधिकारी हुरियत नेताओ को श्री अजीज से नही मिलने के लिये मनाने के प्रयास कर र्हे है लेकिन फिर भी अगर हुरियत नेता दिल्ली जाते है तो उन्हे दिल्ली मे ही नजर्बंद किया जा सकता है.
श्री अजीज भारत के अपने समकक्ष अजित डोभाल से बातचीत करने के लिए रविवार २३ अगस्त को यहां पहुंच रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने आज कहा ‘‘भारत ने कल पाकिस्तान को मश्वरा दिया था कि सरताज अजीज का भारत में हुर्रियत नुमाइंदों से मिलना मुनासिब नहीं होगा। ऐसी कोई बैठक आतंकवाद के खात्मे के लिए मिलकर काम करने के उफा संकल्प की भावना के अनुरूप नहीं होगी।’’ इसी के बाद पाकिस्तान की तरफ से आज जारी एक बयान मे भारत के रवय्ये पर तीखी प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए कहा, ‘‘हुर्रियत के साथ बातचीत जारी है। बातचीत के लिये वह किसी भी शर्त को नही मानेंगे, कश्मीर विवादित हिस्सा है,पाकिस्तान भारत से सलाह नही लेगा। इस सब के चलते श्री अजीज की भारत यात्रा से दो दिन पूर्व तक बातचीत को ले कर अनिश्चय की स्थति नजर आ रही है, हालांकि किसी भी पक्ष ने अभी बातचीत से इंकार नहीं किया है।
दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों का आतंकवाद से जुड़े मसलों पर पहली बार बातचीत के लिए 23 अगस्त को ्नई दिल्ली मे मुलाकात का कार्यक्रम है। रूस के उफा में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के उनके समकक्ष नवाज शरीफ के बीच एन एस ए स्तर की वर्ता मे आतंक और सीमा प्रबंधन मुद्दे पर चर्चा कराये जाने पर सहमति हुई थी पिछले महीने इस संबंध में फैसला हुआ था। पाकिस्तान जिस तरह से अब सिर्फ आतंक के मुद्दे पर बातचीत करने के अपने वादे से पलटा है उससे आतंकवाद से लडने की उसकी 'दिखावटी मंशा'का असली चेहरा विश्व बिरादरी के समक्ष एक बार फिर् ्बेनकाब हुआ है. दरअसल, उफा में जब वैश्विक मंच की बैठक के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नवाज शरीफ मिले थे, तो यही तय हुआ था कि दोनों देशों के बीच वार्ता की शुरुआत एनएसए लेवल की वार्ता से नयी दिल्ली में होगी और जिसका एजेंडा केवल आतंकवाद केंद्रित होगा.
लेकिन, उफा की इस सहमति मे कश्मीर के मुद्दे का कोई जिक्र नही होने पर पाकिस्तानी सेना और देश के भीतर कुछ ताकतवर लॉबियो ने श्री शरीफ की खासी फजीहत की, नतीजतन अब पाकिस्तान बातचीत के लिये सिर्फ आतंकवाद के मुद्दे के साथ कश्मीर् मुद्दे को जोड़ कर पाकिस्तान अब अपना असली रंग दिखा रहा है और उसने इस एजेंडे में जबरन कश्मीर को खींच लिया है. पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज इस बात पर अडे हुए हैं कि वे नयी दिल्ली में जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मिलेंगे ही, वहीं भारत ने पाकिस्तान को यह संदेश दे दिया है कि ऐसा हरगिज नहीं होने दिया जायेगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर ये जानकारी ्देते हुए यह भी कहा है कि ऐसी मुलाक़ात उफ़ा में जारी संयुक्त बयान के भावना के ख़िलाफ़ है, जिसमें आतंकवाद के ख़िलाफ़ साझा काम करने की बात थी.प्रवक्ता ने ये भी बताया कि भारत ने बातचीत का प्रस्तावित एजेंडा पाकिस्तान को 18 अगस्त को ही बता दिया था और भारत ने पाकिस्तान से एजेंडे के बारे में जानकारी मांगी है.
पिछले साल भारत ने हुर्रियत नेताओं से पाकिस्तानी उच्यायुक्त की मुलाक़ात को लेकर विदेश सचिव स्तर की बातचीत को रद्द कर दिया था.
अब सरताज अज़ीज़ से हुर्रियत नेताओं की प्रस्तावित मुलाक़ात का मामला भी गरमा गया है.पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा था कि भारत के साथ बातचीत से पहले हुर्रियत नेताओं से मिलने की रवायत रही है और इस बार भी इसमें कोई नई बात नहीं.वी एन आई