नयी दिल्ली 22 फरवरी (वीएनआई) जेएनयू के जिन 16 छात्रों पर देशद्रोह के आरोप हैं, उनमें से पांच यूनिवर्सिटी कैंपस वो कल शाम खुद ही जेएनयू पहुंचे और सभाएं की. जिन पांच छात्रों को यूनिवर्सिटी कैंपस में देखा गया है, उनमें मुख्य आरोपी उमर खालिद सहित रामा नागा, अनिर्बान भट्टाचार्या, अनंत और आशुतोष शामिल हैं. बताया जाता है कि उमर खालिद ने कैंपस में एडमिन ब्लॉक के पास तीन सभाएं की और नारे लगाये.
सभा में उमर खालिद ने कहा कि मेरा नाम उमर खालिद है और मैं आतंकी नहीं हूं. उमर ने कहा कि 10 दिनों में पहली बार ऐसा लगा कि मैं मुस्लिम हूं. आशुतोष ने सामाचार चैनल्स को बताया कि वह अनंत, रामा नागा और अनिर्बान कैम्पस में ही छिपे थे. उन्हें डर था कि बाहर आने पर लोग उन पर हमला कर सकते हैं. छात्रों को को संबोधित करते हुए उमर खालिद का 14 मिनट का एक वीडियो यू-ट्यूब पर मौजूद है.
उमर खालिद की सभा के दौरान 1500 से अधिक छात्र मौजूद थे. जेएनयू के बाहर पुलिस वाले मौजूद थे लेकिन फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. कल रात करीब 20 मिनट तक पुलिस की 5 गाड़ियां जेएनयू के मुख्य गेट पर खड़ी रही और फिर वापस आ गईं. सूचना मिलने के बाद देर रात पुलिस जेएनयू कैंपस के पास पहुंची हालांकि पुलिस ने कैंपस के अंदर प्रवेश नहीं किया. यूनिवर्सिटी प्रशासन से बातचीत करने के कुछ देर बाद पुलिस लौट गयी. इन लोगों का कहना था कि पुलिस आये और सभी लोगों को गिरफ्तार कर ले जाये. बताया यह भी जा रहा है कि कि उमर खालिद अपने चार साथियों के पास पुलिस के सामने सरेंडर कर सकता है. उमर खालिद का वकील भी देर रात कैंपस पहुंच गये हैं.
दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद के एक अन्य मित्र और पत्रकार सादिक नकवी से इस मामले के सिलसिले में कल दूसरी बार पूछताछ की गई. इसके अलावा उमर खालिद के पत्रकार दोस्त सादिक नकवी से फिर होगी , गौरतलब है कि खालिद जेएनयू में आयोजित विवादास्पद कार्यक्रम को लेकर दर्ज राजद्रोह के मामले के सिलसिले में वांछित है. नकवी दिल्ली विश्वविद्यालय में खालिद का सहपाठी था. वहां दोनों ने स्नातक की पढाई एकसाथ की थी. खालिद उन 10 युवकों में से एक है जिसकी पुलिस को जेएनयू में एक कार्यक्रम के सिलसिले में तलाश है जिसमें कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाए गए थे.