नई दिल्ली/रोहतक/चंडीगढ़ (वीएनआई) हरियाणा में जाट आंदोलन के उग्र रूप ले लेने से स्थति बेहद तनावपूर्ण होती जा रही है. आंदोलनकारियों की भीड़ में घुसे असमाजिक तत्वों ने कई स्थानों पर सरकारी संपत्तियों, बसों और दूसरे निजी वाहनों और संपत्तियों को जलाकर राख कर दिया। कई स्थानों पर राजमार्ग बाधित किए गए। जगह-जगह पर रेलगाडिय़ों की पटरी उखाडऩे से रेल सेवाएं बंद करनी पड़ीं। हालात बिगड़ते देख सेना बुलानी पड़ी और हिंसाग्रस्त हिसार, सोनीपत और जींद जिलों में कफ्र्यू लगा दिया गया। इसके अलावा रोहतक, भिवानी, झज्जर, कैथल जिलों में भी हिंसा फैल गई है
इस बीच झज्जर में कर्फ्यू तोडऩे वाले प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी की खबर है। फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई और १० से अधिक घायल हो गए। जिसके बाद इस आंदोलन में मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। हरियाणा सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के लिए 6 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया है।
हरियाणा के छह शहरों रोहतक, भिवानी, झज्जर, सोनीपत, जींद और गोहाना में भी सेना ने शनिवार सुबह फ्लैग मार्च किया है. प्रदेश के आठ जिले अब सेना के हवाले हैं। प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा से आने वाली मुनक नहर का पानी रोक दिया है, जिसका सीधा असर दिल्ली की सप्लाई पर पड़ा है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से इस बाबत बात की है और बताया जाता है कि नहर की सुरक्षा के लिए सेना की तैनाती की जाएगी। इसी बीच उग्र होते आंदोलन के बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने आर्थिक रूप से पिछड़े जाटों को आरक्षण देने का ऐलान किया है। सी एम ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को हालात की जानकारी दी। इस संबंध में दिल्ली में राजनाथ सिंह के घर पर हालात की समीक्षा के लिये हुई बैठक में मनोहर पर्रिकर, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और अजीत डोभाल शामिल हुए।
वहीं प्रदर्शनकारियों ने जींद जिले के बुद्धा में रेलवे स्टेशन में आग लगा दी गई। हिसार कैंट से आर्मी को रोहतक बुलाया गया। हिसार से रोहतक आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को जेसीबी मशीन से राजमार्ग को खोद दिया गया। इस वजह से आर्मी का दूसरी तरफ जाना मुश्किल हो गया। आर्मी को जल्द रोहतक पहुंचाने के लिए एयरलिफ्ट किया गया। कुछ बटालियन दिल्ली से भी बुलाई गई।
हरियाणा में जारी जाट आरक्षण आंदोलन में रेलवे परिसंपत्तियों पर हमले एवं ट्रैक जाम किए जाने की वजह से अब तक 716 ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं और रेलवे का 250 करोड रूपये से ज्यादा का नुकसान अभी तक हो चुका है। रेलवे ने पानीपत, रोहतक एवं रेवाड़ी से गुजरने वाले मार्ग पर रेल परिचालन स्थगित कर दिया है। सूत्रो केअनुसार आंदोलनकारियों ने करीब 400 मीटर के क्षेत्र में पटरियों को क्षतिग्रस्त किया है। जिसकी वजह से पानीपत अंबाला, रोहतक और रेवाड़ी जाने वाले रेलमार्ग पर यातायात स्थगित कर दिया गया है।करीब 150 रेलगाडियां रद्द की गयीं हैं और कई रेलगाडियां बीच रास्ते में रद्द की गयीं हैं जबकि बहुत सी गाड़ियों का मार्ग बदला गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जाट आंदोलन के कारण अब तक 716 ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं। वी एन आई