नई दिल्ली, 31 जनवरी (वीएनआई)राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ने बजट सत्र की शुरुआत में संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार राजनीतिक पार्टियों से चर्चा के बाद लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए निर्वाचन आयोग के किसी भी फैसले का स्वागत करेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि चुनाव में धन-बल के उन्मूलन की दिशा में कदम उठाते हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने के प्रस्ताव पर चर्चा करने की जरूरत है।
राष्ट्रपति ने कहा, "मेरी सरकार राजनीतिक पार्टियों से चर्चा के बाद निर्वाचन आयोग के किसी भी फैसले का स्वागत करेगी।"
इससे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गत बुधवार को मतदाता दिवस पर संबोधित करते हुए कहा था कि लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ कराने से खर्च और प्रबंधन के संदर्भ में कठिनाइयों को कम करने में मदद मिल सकती है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने के लिए पहल करने को कहा था .
प्रणब मुखर्जी के अनुसार , 'अगर राजनीतिक दल संविधान में संशोधन कराने के लिए सहमति बनाते हैं और अगर पहल चुनाव आयोग की ओर से की जाती है, क्योंकि आयोग ने निष्पक्ष व्यवहार की छवि हासिल की है.. मैं समझता हूं कि अगर राजनीतिक दल इस मुद्दे पर चुनाव आयोग की मदद से गंभीरतापूर्वक सहमत होते हैं, तब ऐसा संभव है'.
उन्होंने कहा था कि एक साथ चुनाव कराने से खर्च और प्रबंधन के संदर्भ में कई असुविधाओं को दूर किया जा सकता है.