चेन्नई, 6 नवंबर (वीएनआई)| प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा कि संपादकीय स्वतंत्रता का इस्तेमाल जनहित में होना चाहिए और अखबारों में जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इसमें जगह देने का आग्रह किया।
मद्रास विश्वविद्यालय के शताब्दी सभागार में तमिल दैनिक अखबार, डेली थांती की 75र्वी वर्षगांठ के अवसर पर मोदी ने कहा, "दुनिया में बहुत-सी चीजें होती हैं और संपादक यह निर्णय लेते हैं कि अखबारों में क्या छापना जरूरी है। उन्होंने कहा, संपादकीय स्वतंत्रता का उपयोग बुद्धिमत्तापूर्वक और जनहित में होना चाहिए। नियमित अंतराल पर पूरे विश्व में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं की ओर इशारा करते हुए मोदी ने अखबारों में जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इसमें जगह देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लिखने की स्वतंत्रता का मतलब सटीक और सही लिखने की महत्ता में कमी नहीं है। साथ ही सार्वजनिक उद्देश्य से कई मीडिया प्रतिष्ठानों के मालिक बने निजी क्षेत्रों के ऊपर ज्यादा समाजिक जवाबदेही है और उनका व्यवहार 'बोर्ड' से ऊपर होना चाहिए।
मोदी ने आगे कहा, तकनीकी उन्नति से लोग समाचारों की तुलना, चर्चा, विश्वसनीयता का विश्लेषण करने में सक्षम हैं और मीडिया को अपनी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया में सुधार(रिफॉर्म) खुद के आत्मविश्लेषण से आ सकता है। मोदी ने कहा कि मीडिया का अधिकांश संवाद राजनीति के आसपास घूमता रहता है। देश करोड़ों लोगों से बना है और मीडिया को लोगों और उनकी उपलब्धियों पर ध्यान देना चाहिए।मोबाइल फोन के विस्तार के बारे में उन्होंने कहा कि नागरिक रिपोर्टिग व्यक्तिगत उपलब्ध्यिों के बारे में बताने और प्राकृतिक आपदाओं के बाद लोगों की मदद करने में मददगार साबित होती है।
इस समारोह में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त एवं जहाजरानी राज्य मंत्री पोन राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री के पलनीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम मौजूद थे। दैनिक थांती के संस्थापक एस.पी. अदिथानर और उनके बेटे शिवांथी अदिथन की प्रशंसा करते हुए पलनीस्वामी ने कहा कि यह अखबार अपनी 100वीं सालगिरह भी देखेगा। इस समारोह में कई राजनेता, उद्योगपति, अभिनेता और राजनयिक उपस्थित थे। इससे पहले हवाईअड्डे पर पुरोहित और पलनीस्वामी ने प्रधानमंत्री की अगवानी की। हवाईअड्डे से वह सीधे हेलीकॉप्टर से अद्यार नौसेना अड्डे गए। आईएनएस अद्यार पर, मोदी ने पलनीस्वामी से मुलाकात की और चेन्नई व आसपास के जिलों में बारिश और राहत स्थितियों के बारे में चर्चा की।
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