अंकारा,16 जुलाई (शोभनाजैन/वीएनआई) तुर्की मे सेना के एक गुट द्वारा सरकार का तख्तापलट की कोशिश हुई है लेकिन तुर्की के शीर्ष नेताओ के अनुसार सरकार ने राजधानी अंकारा में रात भर हुए विस्फोटों, हवाई संघर्ष एवं गोलीबारी के बाद सैन्य तख्तापलट की कोशिश को नाकाम कर दिया है.तुर्की के राष्ट्रपति और् प्रधान मंत्री ्के अनुसार स्थति नियंत्रण मे है.सरकारी मीडिया के अनुसार तख्तापलट की कोशिश में 17 पुलिस्कर्मियो कम से कम 60 लोग मारे गए हैं .सेनाके 754 विद्रोहियो को हिरासत मे लिया गया है जिसमे उच्च अधिकारी शामिल है. विद्रोही सैनिको की धर पकड़ जारी है. राजधानी अंकारा मे स्थति तनाव पूर्ण है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि यह एक लोकतांत्रिक सरकार के प्रति देश द्रोह की घटना है सेना मे असमाजिक तत्वो से निकाला जायेगा. समाचारो के अनुसार मिलिटरी चीफ ऑफ स्टाफ हुलुसी अकर को विद्रोही सनिको के कब्जे से मुक्त करा लिया गया है. राष्ट्रपति ने एक टेलीविजन साक्षात्कार में सैन्य कार्रवाई को ‘सैन्य बलों के बीच एक अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा विद्रोह की एक कोशिश' कहकर खारिज कर दिया.देश के प्रमुख शहरो से अभी भी छिट पुट गोली बारी की आवाजे आ रही है. प्रधान मंत्री बी यल्दीरिम ने कहा कि कुल मिला कर स्थति नियंत्रण मे है. जानकारो का मानना है कि तुर्की में राजनीतिक उथल पुथल के दौर के बाद अराजकता की यह स्थिति पैदा हुई है.
देशभर के शहरों में लोग सरकार के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए तख्तापलट की कोशिश के दौरान राष्ट्रीय ध्वज लहराते रहे. सरकार ने भी अपने समर्थको को सड़को पर आ कर सरकार के प्रति एक जुटता जाहिर करने की अपील् कीहै.
इसी बीच भारत ने तुर्की में सभी पक्षों से रक्तपात नहीं करने की अपील की है.तुर्की में तख्तापलट की कोशिश के बाद वहां हुई हिंसा के मद्देनजर भारत ने आज तुर्की के सभी पक्षों से लोकतंत्र एवं चुनाव के जनादेश को समर्थन देने और रक्तपात नहीं करने की अपील की. भारत ने तुर्की में रह रहे अपने नागरिकों को घरों के भीतर रहने की सलाह दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने ट्वीट किया, ‘हम तुर्की में हो रही गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहे हैं. भारत सभी पक्षों से लोकतंत्र एवं चुनाव के जनादेश का सम्मान करने और रक्तपात नहीं करने की अपील करता है.'
भारत ने तुर्की में तख्तापलट की कोशिश की पृष्ठभूमि में वहां रह रहे अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे स्थिति के और स्पष्ट हो जाने तक सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जाएं और घरों के भीतर रहें. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘तुर्की में रह रहे भारतीय नागरिक : कृपया सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें और घरों में रहें. हेल्पलाइन : अंकारा - +905303142203, इस्तांबुल - +905305671095.
तख्तापलट की कोशिश शुक्रवार देर रात तब शुरु हुई जब सेना ने बयान दिया कि उसने ‘संवैधानिक व्यवस्था, लोकतंत्र, मानवाधिकार एवं स्वतंत्रता को पुन: स्थापित करने, देश में कानून के शासन की पुन: स्थापना सुनिश्चित करने और कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए' नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है.
तुर्की में सेना के एक समूह द्वारा राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की सरकार को हटाने की कोशिश किये जाने के बाद आज अंकारा में राष्ट्रपति भवन के नजदीक जेट विमान से बमबारी की गई. एनटीवी टेलीविजन की खबर के अनुसार बेस्तेपे जिले में काले धुएं को उपर उठते हुये देखा गया। राष्ट्रपति का प्रासाद, बेस्तेपे जिले में स्थित है.सरकार के आलोचकों का कहना है कि एर्दोगन ने शांति प्रयास विफल रह जाने के बाद तुर्की के कुर्द विद्रोहियों के प्रति कडा रख अख्तिायार किया जिसके कारण घातक संघर्षों में कई सैन्य कर्मी मारे गए.
उनकी सरकार ने सीरिया में गृह युद्ध के शुरुआती वर्षों में वहां सरकार के खिलाफ लड रहे विद्रोही समूहों को लडाकुओं एवं हथियारों की आपूर्ति को कथित रुप से बर्दाश्त किया जिसके कारण इस्लामिक स्टेट समूह को मजबूत बनने में मदद मिली. विश्लेषकों के अनुसार इस नीति ने उस समय उलट वार किया जब तुर्की ने उन कट्टरपंथियों के खिलाफ अमेरिका नीत गठबंधन में अधिक सक्रिय भूमिका निभानी शुरु की, जिन्हें तुर्की में कई घातक बम विस्फोट करने का जिम्मेदार माना जा रहा है.वी एन आई