पाक के साथ विश्वास बहाली की भारत की नई पहल मे पाक ने फिर तोड़ा भरोसा, फिर अलापा कश्मीर राग

By Shobhna Jain | Posted on 26th Apr 2016 | VNI स्पेशल
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नयी दिल्ली,26 अप्रैल( शोभनाजैन/वीएनआई)भारत पाक रिश्तो मे रह-रह कर आने वाले ठंडे पन को कुछ कम करने और आपसी विश्वास बहाल करने की भारत की एक नई पहल मे पाकिस्तान ने आज एक बार फिर भरोसे को ताक पर रखते हुए विदेश सचिव वार्ता मे कश्मीर को फिर से मुख्य द्विपक्षीय मु्द्दा बताने का राग अलाप दिया. दोनो देशो के विदेश सचिवो के बीच वार्ता सम्पन्न होने से काफी पहले ही पाक उच्चायोग ने तमाम राजनयिक शिष्टाचार को दर किनार करते हुए पाक पक्ष को ले कर इस आशय का एक बयान और भी आरोपो के पुलिंदे के साथ जारी कर दिया. बयान मे भारत की पाक आतंक सहित अन्य चिंताओ की कोई चर्चा नही करते हुए समग्र वार्ता दोबारा जल्द शुरू किये जाने का जाप भी कर दिया गया .बयान मे कहा गया कि वार्ता मे पाक विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने फिर कहा कि दोनो पक्षो ने जम्मू कश्मीर विवाद सहित सभी द्विपक्षीय मुद्दो पर चर्चा की. कश्मीर मुख्य द्विपक्षीय मुद्दा बना हुआ है जिस का समाधान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावो और कश्मीरी जनाता की आंकषाओ के अनुरूप तर्क संगत तरीके से किया जाये.एक तरह से पहले से तैयार इस बयान को उच्चायोग ने वार्ता समाप्त होने से पहले ही मीडिया को जारी कर दिया जबकि भारतीय पक्ष का बयान अभी अभी समाप्त हुई वार्ता के कुछ देर बाद आने की उम्मीद है गत 2 जनवरी को पठानकोट आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा 14 जनवरी को दोनो देशो के बीच प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता स्थगित किये जाने के लगभग तीन माह बाद आज दोनो देशो के विदेश सचिव एक बार फिर द्विपक्षीय वार्ता का माहौल बनाने के लिये मिले थे. पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी नई दिल्ली मे आज हो रही ‘हार्ट ऑफ एशिया के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक' में हिस्सा लेने के लिए एक दिन के दौरे पर यहा आये है जिस दौरान अचानक ही दोनो देशो के विदेश सचिवो के बीच अलग से वार्ता का कार्यक्रम भी बना, लेकिन पाकिस्तान ने एक बार फिर रिश्ते सामान्य बनाने की प्रक्रिया के लिये भारत की उत्तरदायी पहल का उसी पुराने ढंग से जबाव दिया. पाक बयान मे कहा गया"वार्ता मे विदेश सचिव ने पाकिस्तान मे पकड़े गये रॉ अधिकारी कुलभुषण जाधव का मुद्दा भी उठाया तथा बलोचिस्तान तथा कराची मे तोड़ फोड़ की कार्यवाही मे रॉ के शामिल होने पर गहरी चिंता जताई साथ ही बयान मे यह भी कहा गया कि भारत मे समझौता एक्सप्रेस विस्फोट के मुख्य अभियुक्तो की रिहाई के प्रयासो पर चिंता जताई. बयान मे कहा गया कि दोनो पक्षो ने जम्मू कश्मीर विवाद सहित सभी द्विपक्षीय मुद्दो पर चर्चा की, कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दो मे मुख्य मुद्दा बना हुआ है." बयान मे कहा गया कि वार्ता मे विदेश सचिव ने हमारे प्रधानमंत्री की शांतिपूर्ण पड़ोस् की अवधारणा के अनुरूप विदेश सचिव नेपाकिस्तान के भारत सहित इसके सभी पड़ोसी देशो के साथ मैत्री पूर्ण रिश्ते रखने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता व्यक्त की' बयान मे कहा गया कि बैठक ने उभपक्षीय मुद्दो के परिपेक्षय मे हाल के घटना क्रम पर विचारो के आदान प्रदान करने का लाभप्रद अवसर दिया इसी बीच इस बैठक से पूर्व उच्च पदस्थ सूत्रो ने संकेत दिया था कि भारत इस दौरान आतंक सहित पठानकोट आतंकी हमले की जॉच मे पाकिस्तान द्वारा कोई ठोस कदम नही उठा्ने ,एनआईए का संभावित पाक दौरा, पाकिस्तान द्वारा जासूस बता कर पकडे गये भारतीय कुलभुषण जाधव सहित अनेक द्विपक्षीय मुद्दों को उठायेगा. आज सुबह 11 बजे विदेश मंत्रालय के साउथ ब्लॉक स्थित कार्यालय मे विदेश सचिव एस जयशंकर के साथ श्री चौधरी ने द्विपक्षीय वार्ता ्की, जो किलगभग डेढ घंटा चली इसमे विदेश सचिव एस जय शंकर के अलावा वरिषठ भारतीय अधिकारियो का एक शिष्ट मंडल ्ने हिस्सा लिया जबकि पाक शिष्ट मे श्री चौधरी सहित भारत स्थित पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित सहित वरिषठ पाक अधिकारी शामिल थे जिसमें द्विपक्षीय संबंधों और ठप्प पडी द्विपक्षीय समग्र वार्ता की स्थिति की समीक्षा हो रही है.सूत्रों के अनुसार ‘‘बातचीत में मुख्य ध्यान पठानकोट आतंकी हमले की जांच और इस संबंध में एनआईए की टीम के संभावित पाकिस्तान दौरे पर दिया जाएगा.' पिछले साल दिसंबर में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के इस्लामाबाद में हुई औपचारिक वार्ता बाद से जयशंकर और चौधरी के बीच यह पहली औपचारिक बैठक थी. दोनों सचिवों ने इस साल मार्च में नेपाल में दक्षेस की एक बैठक के दौरान ्भी अनौपचारिक रूप से बातचीत की थी. जनवरी में पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के बाद विदेश सचिव स्तर पर बहाल करने की कोशिशों में गतिरोध आ गया. भारत का कहना है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने हमले को अंजाम दिया. इस बैठक से पहले हाल में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा था कि द्विपक्षीय शांति प्रक्रिया निलंबित है, जिसपर भारत ने कडी प्रतिक्रया देते हुए दोहराया कि विभिन्न स्तरों पर संवाद के माध्यम खुले हैं लेकिन साथ ही साफ किया कि वह बातचीत बहाल होने से पहले आतंकवाद और पठानकोट हमले को लेकर कार्रवाई चाहता है. चौधरी के दौरे की घोषणा करते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा था, ‘‘पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल बैठक में हिस्सा ले रहे दूसरे शीर्ष प्रतिनिधिमंडलों के साथ भी द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेगा.' इसमें कहा गया कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में दीर्घकालीन शांति एवं स्थिरता को बढावा देने की कोशिशों की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दिखाते हुए आगामी हार्ट ऑफ एशिया बैठक में सक्रिय रुप से हिस्सा लेने के लिए उत्साहित है.पाकिस्तान ने नौ दिसंबर, 2015 को इस्लामाबाद में पांचवें हार्ट ऑफ एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की थी जिसमे विदेश मंत्रीसुषमा स्वराज ने हिस्सा लिया.वी एन आई

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