रियो दी जिनेरियो 18 अप्रैल (वीएनआई) ब्राज़ील में महाभियोग की कार्यवाही ख़त्म किए जाने की राष्ट्रपति दिल्मा रुज़ैफ की उम्मीदों को फिर से करारा झटका लगा है और संसद में विपक्षी सांसदों ने एक बार फिर से दिल्मा रुसेफ को हटाने की मांग की है। संसद के निचले सदन ने राष्ट्रपति जिल्मा रूसेफ के ख़िलाफ़ महाभियोग के प्रस्ताव को बहुमत से पारित कर दिया है.महाभियोग के लिए मुहिम चला रहे धड़े को कल मतदान के दौरान दो तिहाई बहुमत प्राप्त हो गया है ब्राज़ील की सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी ने संसद के निचले सदन में मतदान के दौरान ही हार मान ली है. इससे पूर्व ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने मतदान पर रोक लगाने की सरकार की याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी थी ।
गौरतलब है कि इससे पूर्व 65 सदस्यों की कांग्रेस समिति में राष्ट्रपति पर महाभियोग की कार्यवाही को आगे बढ़ाने पर 38-27 से सहमति बन गई थी हालांकि समिति में किया जाने वाला मतदान प्रतीकात्मक था और आखिरी फैसला 17 से 18 अप्रैल को निचले सदन में होने वाले आख़िरी दौर के मतदान के बाद होने वाला था.गत माह सत्ताधारी गठबंधन के सबसे बड़े सहयोगी दल ने खुद को राष्ट्रपति जिउमा रुज़ैफ की सरकार से अलग कर लिया था
गौरतलब है कि रूसेफ़ इस्तीफ़े की मांग लंबे समय से हो रही है और उनके विरोधी उन्हें देश में आर्थिक मंदी के लिए ज़िम्मेदार मानते हैं वर्ष 2014 में फिर राष्ट्रपति बनने से पहले सुश्री रूसेफ पर सरकारी खातों में हेर-फेर करने का आरोप भी है। उन्होंने इन आरोपों से इंकार करते हुए कहा है कि यह उन्हें पद से हटाने की चाल है।