नयी दिल्ली 26 अगस्त (शोभना जैन वीएनआई) राज्यपालो के स्वागत और विदाई का सिलसिला जारी है. एक तरफ जहां एन डी ए सरकार द्वारा नये राज्यपालो की नियुक्ति की जा रही है वही संप्रग सरकार द्वारा नियुक्त पुराने \\राज्यपाल एक के बाद एक इस्तीफा दे रहे है. राष्टृपति प्रणव मुखर्जी ने आज सरकार द्वारा सुझाये गये भारतीय जनता पार्टी के चार वरिष्ठ नेताओ को चार राज्यो का राज्यपाल नियुक्त किये जाने की अधिसुचना जारी कर दी वही दूसरी तरफ आज केरल की राज्यपाल तथा दिल्ली की पूर्व मुखयमंत्री शीला दीक्षित ने आज आखिरकार राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया . इस वर्ष मई में राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद से वह संप्रग द्वारा नियुक्त आठवीं राज्यपाल हैं जिन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। इस से पूर्व आज राषटृपति ने मोदी सरकार के सत्ता मे आने के बाद संप्रग सरकार द्वारा नियुक्त पुराने राज्यपालों को बदले जाने के क्रम में चार और नए राज्यपाल नियुक्त कर दिए। नवनियुक्त राज्यपाल हैं- सर्वश्री कल्याणसिंह, सी. विद्यासागर राव, वजू भाई रुदाभाई वाला व और श्रीमती मृदुला सिन्हा।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता व उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याणसिंह राजस्थान के नए राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं। काफी समय से उनके राजस्थान के राज्यपाल बनने के कयास लगाए जा रहे थे।
अधिसूचना के अनुसार सिंह के अलावा भाजपा के उपरोक्त तीन वरिष्ठ नेताओं को क्रमशः महाराष्ट्र, कर्नाटक व गोवा का राज्यपाल बनाए जाने की घोषणा की गई है। तत्कालीन वाजपेयी सरकार में आंतरिक सुरक्षा राज्यमंत्री रहे सी. विद्यासागार राव की महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में नियुक्ति को महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र काफी महत्वपूर्ण मा्नी जा रही है।
गौरतलब है कि हाल ही में महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकर नारायण ने मिजोरम में तबादले के बाद इस्तीफा दे दिया था। कर्नाटक के लिये श्री वजू भाई वाला को राज्यपाल बनाया गया है। वे फिलहाल गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष हैं। प्रसिद्ध साहित्यकार तथा समाजसेविका श्रीमती मृदुला सिन्हा को गोवा का राज्यपाल बनाया गया है। श्रीमती सिन्हा भाजपा के महिला मोर्चे तथा समाज कल्याण बोर्ड की भी अध्यक्ष रह चुकी हैं।
इससे पूर्व 76 वर्षीय श्रीमति दीक्षित ने इस्तीफे के बाद कहा कि उन्होंने कल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपा। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति सचिवालय ने उनके इस्तीफे को आवश्यक कदम उठाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास भेज दिया है।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा \" मैंने इस्तीफा दे दिया है और इस पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहती।\" अलबत्ता दीक्षित ने कहा कि इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद ही वह इस मुद्दे पर कुछ बोलेंगी।