नयी दिल्ली,23दिसंबर ( अनुपमाजैन/वीएनआई)दिल्ली किक्रेट निकाय डीडीसीए में अनियमितताओं के आरोपों को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर सीधा निशाना साध रहे भाजपा सांसद एवं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को आज भाजपा ने पार्टी् से निलंबित कर दिया.
भाजपा की ओर से जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है, ‘‘दरभंगा से सांसद कीर्ति आजाद को 'पार्टी विरोधी उनकी गतिविधियों' के लिए तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित किया जाता है.'' पार्टी ने कहा कि आजाद को एक कारण बताओ नोटिस जारी करके उनसे उनके ‘‘पार्टी विरोधी व्यवहार'' की वजह बताने को कहा गया है. पार्टी ने कहा कि उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई उनके जवाब पर निर्भर करेगी.इस निलंबन के बाद श्री आजाद ने इस फैसले को पार्टी के लिये दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह दुखद है कि भृष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले को ही पार्टी ने निलंबित कर दिया,साथ ही उन्होने चेतावनी सी देते हुए कहा कि ' आगे आगे देखिये होता है क्या है'
श्री आजाद ने कहा कि वह पिछले 9 वर्षो से इन अनियमिताओ के खिलाफ अवाज उठाते रहे है.गत रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन करके दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) से जुडे भ्रष्टाचार के आरोपों को उन्होने रेखांकित किया था जिसके जेटली 2013 तक 13 वर्षो के लिए अध्यक्ष रहे थे. भाजपा सांसद आजाद को भारतीय किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी और पार्टी से नाराज चल रहे भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का समर्थन मिला था. आजाद ने उस संवाददाता सम्मेलन के बाद सोशल मीडिया पर खुली चुनौती दी थी और संसद में भी जेटली को निशाना बनाया था.हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जेटली का नाम नहीं किया था.प्रेस कॉन्फ्रेंस में आजाद ने कहा, मेरा किसी के खिलाफ व्यक्तिगत विरोध नहीं है. मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं. आजाद ने कहा, मैं सबसे पहले बता देना चाहता हूं कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत बड़ा फैन हूं. मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो कदम उठाये हैं सराहनीय है.
आजाद ने कहा, डीडीसीए में करोड़ों रुपये के ट्रेंडर पास किये गये. कंपनियों को करोड़ों रुपये दे दिये गये लेकिन उन्हें काम नहीं बताया गया. व्यक्ति एक होते थे, लेकिन उनकी कंपनी के नाम बदल जाते थे. डीडीसीए के ठेके में फर्जीवाड़ा हुआ है. बिना कोई जांच के कंपनियों को करोड़ों रुपये दे दिये गये. कीर्ति आजाद ने वित्त मंत्री अरुण जेटली का नाम तो नहीं लिया. लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि कोटला स्टेडियम का काम मात्र 57 लाख रुपये में पूरा कर दिया गया.
आजाद ने कहा, जिन 14 कंपनियों को स्टेडियम निर्माण में पेमेंट किये गये उनके पते फर्जी निकले. जब पते फर्जी निकले तो उनके बैंक खाते भी फर्जी हो सकते हैं. इससे पार्टी ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की.
यद्यपि आजाद के तेवर में कोई नरमी नहीं आयी थी लेकिन जेटली ने उनके खिलाफ कार्यवाही नही करने का निर्णय किया था. जेटली ने हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय और पटियाला हाउस अदालत में दीवानी और आपराधिक मानहानि के मामले दायर किये हैं.
इधर सरकार और भाजपा जेटली के पीछे मजबूती से खड़ी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि वह श्री आडवाणी की तरह बेदाग होकर सामने आएंगे. अमित शाह ने भी यह कहकर उनका समर्थन किया कि पार्टी उनके साथ एकजुट है.
इधर कीर्ति आज़ाद को सस्पेंड किये जाने के कुछ ही देर बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, कीर्ति आजाद का क़सूर था की उन्होंने भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई. आज भाजपा पूरी तरह 'एक्सपोज' हो गयी.
आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कीर्ति आजाद को ही ढाल बनाकर जेटली पर हमला तेज कर दिया है और डीडीसीए मामले की जांच के लिए कमेटी का भी गठन कर दिया है. केजरीवाल ने विधानसभा में जेटली पर हमला बोलते हुए जेटली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस्तीफा मांगा है.
इधर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल और आप नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि का दावा ठोका है. जेटली ने केजरीवाल पर 10 करोड़ का दावा ठोका है. जेटली पर अपने ऊपर लगाये जा रहे सारे आरोपों से साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा था कि, आज तक मेरे सार्वजनिक जीवन में मुझ पर एक अंगुली भी नहीं उठी. जिस स्टेडियम को छोटा बनना था उसे दिल्ली की आवश्यकता को देखते हुए बनाया गया. दिल्ली में गैरसरकारी संसाधनों से बना एक मात्र बड़ा एक मात्र स्टेडियम यही है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर अरुण जेटली को निशाना बनाने वाले पार्टी सांसद कीर्ति आजाद को शुक्रवार को बुलाया. शाह ने जेटली के खिलाफ न बोलने की सलाह दी थी. उन्होंने कीर्ति से कहा, पार्टी चाहती है कि डीडीसीए विवाद को ज्यादा तूल नहीं दें और इस पूरे मामले में पार्टी लाइन को मानें. इससे पहले संगठन मंत्री रामलाल भी उन्हें समझा था, लेकिन कीर्ति आजाद अपने स्टैंड कायम रहे.
वित्त मंत्री अरुण जेटली के समर्थन में भारतीय टीम के खिलाड़ी उतर गये हैं. सभी क्रिकेटरों ने जेटली को क्लीन चीट दिया. विराट कोहली, गौतम गंभीर,पूर्व किकेटर वीरेंद्र सहवाग, तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने जेटली की तारीफ की. सभी ने एक स्वर में कहा कि जेटली जब तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे क्रिकेट और क्रिकेटरों के लिए काफी अच्छे काम हुए. गंभीर ने तो यहां तक कह दी कि जेटली के कार्यकाल के बाद डीडीसीए की स्थिति बदतर हुई.वी एन आई